
Pimpri Couple
पुणे। पुणे के पास पिंपरी नाम का एक गांव है, जहां पर शादी के बाद दुल्हन का वर्जिनिटी टेस्ट कराया जाता था। ये इस इलाके की परंपरा बन चुकी थी कि यहां के लोग शादी के बाद दुल्हन का वर्जिनिटी टेस्ट कराते हैं और अगर दुल्हन उसमें फेल हो जाती है तो शादी को तोड़ दिया जाता है। इस परंपरा के खिलाफ काफी समय से आवाज उठ रही थी और अब काफी लोग इसके एकदम खिलाफ हो गए हैं। काफी समय से इस परंपरा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
परंपरा के खिलाफ अभियान चलाने वाले कपल ने की शादी
हाल ही में इस गांव में शादी करने वाले एक कपल ने इसका पुरजोर विरोध किया है। दरअसल, इस परंपरा के खिलाफ अभियान चलाने वाले कपल ने ही अब शादी की है और वर्जिनिटी टेस्ट वाली परंपरा का विरोध किया है। विवेक तमाईचिकर और ऐश्वर्या भट ने पुणे के पास पिंपरी में शादी कर ली। कपल ने शादी के इन्विटेशन कार्ड पर भी वर्जिनिटी टेस्ट का विरोध किया था और लोगों ने शादी में शामिल होकर विरोध को मजबूत करने की अपील की थी। शादी में फिल्ममेकर नागराज मंजूले, शिवसेना के नेता और अन्य लोग शामिल हुए।
वर्जिनिटी टेस्ट कराने से किया इनकार
29 साल के विवेक और 23 साल की ऐश्वर्या ने बीते हफ्ते 12 मई को शादी की है। उनकी सुरक्षा के लिए काफी संख्या में बाउंसर और पुलिसकर्मी मौजूद थे क्योंकि परंपरा का विरोध करने की वजह से बीते वक्त में विवेक पर कथित तौर से हमला भी हो चुका है। एक मीडिया वेबसाइट से बातचीत में विवेक ने कहा है कि वो जब 10 साल के थे तब उन्होंने देखा था कि उनकी एक कजन के साथ लोगों ने शादी के बाद मारपीट की। इसी वजह से उन्होंने वर्जिनिटी टेस्ट के खिलाफ अभियान शुरू करने का फैसला किया। इतना ही नहीं, उनके एक अंकल ने जब इसका विरोध किया तब उन्हें समुदाय से बहिष्कृत कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या को इसके लिए कन्विंस करने की जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि वह भी इस प्रथा के खिलाफ थी।
क्या है परंपरा
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कंजरभट समुदाय में ये परंपरा है कि शादी की रात दुल्हन को वर्जिनिटी टेस्ट पास करना होता है और अगर दुल्हन ऐसा नहीं कर पाती तो शादी को तोड़ दिया जाता है। वर्जिनिटी टेस्ट करने का तरीका भी इनका काफी अजीब होता है। शादी के बाद वाली रात को कपल को एक सफेद कपड़े दे दिया जाता है, जिसे नवविवाहित जोड़ा अपने बिस्तर पर बिछा कर सोता है। इसके बाद सुबह को लोग उस कपड़े को देखते हैं, अगर वो कपड़ा खून में लाल होता है दुल्हन वर्जिनिटी टेस्ट को पास कर जाती है और अगर नहीं तो वो उसमें फेल हो जाती है। विवेक ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस से पढ़ाई की है और “Stop the V-ritual” नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को वर्जिनिटी टेस्ट के खिलाफ जागरुक किया है।
अब कैंपेन चला रहे युवाओं का कहना है कि ये प्रथा गलत है, क्योंकि कई बार शादियों को एप्रूव करने के लिए घूस भी देनी पड़ती है। युवाओं के मुताबिक, ये कपल की प्राइवेसी को भी तोड़ना है, जहां कोई तीसरा उनके रिलेशनशिप को तय करता है। इसी कम्युनिटी की एक महिला प्रियंका ने कहा था कि अगर बेडशीट पर खून के धब्बे नहीं पाए जाते हैं तो ये मान लिया जाता है कि दुल्हन के पहले से रिलेशन रहे हैं। कई बार महिलाओं के साथ मारपीट भी की जाती है।
Published on:
16 May 2018 02:28 pm
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