
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के कठुवा में हुए रेप काण्ड में एक नया मोड़ आ गया है। पीड़ित परिवार को हिन्दू एकता मंच नामक एक संगठन का साथ समर्थन मिल गया है। हिन्दू एकता मंच ने मांमले की सीबीआई जांच की मांग की है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अन्य मुद्दों के साथ साथ उनसे कठुआ गैंगरेप मामले पर भी चर्चा की। महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में इस बात पर चिंता जताई है कि गैंगरेप की इस घटना ने राज्य में हिन्दू और मुस्लिम के बीच सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले हिंदू एकता मंच ने रेप के आरोपियों और मामले की जांच कर रहे स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया के सस्पेंसन का विरोध किया था। इस मामले में पूरी स्थिति तब बिगड़ी जब केस में खजूरिया की संलिप्तता का खुलासा हुआ। मामले में खजूरिया के साथ दो और पुलिस वालों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन पर सबूत नष्ट करने का आरोप है। हिन्दू एकता मंच नामक एक समूह ने कठुआ में गुज्जर और बकरवाल जनजातियों को बसाने का विरोध किया था।
क्या है कठुवा मामला
बता दें कि ये मामला एक आठ साल की बच्ची से रेप और हत्या से जुड़ा है। जम्मू के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ रेप का मामले सामने आने के बाद कश्मीर में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रेप के बाद बच्ची की हत्या कर दी गई थी जिसका शव जम्मू के कठुआ के रसाना जंगलों से बरामद हुआ था। बताया जा रहा है कि आठ साल की बच्ची खानाबदोश मुस्लिम समुदाय से थी। और मामले का मुख्य आरोपी हिन्दू समाज से संबंधित है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। आरोप है कि पीड़िता को कठुआ जिले के एक मंदिर में नशे की दवाओं के सहारे बंदी बनाकर रखा गया था। उसके बाद से आरोपियों को पकड़ने की मांग को लेकर काफी प्रदर्शन हो रहे हैं।
महबूबा मुफ़्ती ने कहा, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि इस मामले में दोषी बख्शे नहीं जायेंगे। उन्होंने ट्वीट कर के कहा कि 'मामले की जांच चल रही है और दोषीं बख्शे नहीं जाएंगे। मामले में आसिफा को न्याय मिलेगा।' महबूबा मुफ्ती ने सरकार में शामिल भाजपा मंत्रियों लाल सिंह और चंदर प्रकाश सिंह के हिंदू एकता मंच की ओर से आरोपी के समर्थन में निकाली गई रैली में शामिल होने के लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
बताया जा रहा है कि अल्पसंख्यक बाखेरवाल मुस्लिम समुदाय से आने वाली लड़की आसिफा की हत्या के बाद मुस्लिमों को लग रहा है कि उन्हें उनके धर्म की वजह से निशाना बनाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि आठ साल की मासूम बच्ची की हत्या के पीछे आरोपियों का मकसद कठुआ के रासना गांव से बाखेरवाल मुसलमानों को भगाना था। पीएमओ को भेजी गई एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट लीक हुई है जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान या राज्य के अलगाववादी मुस्लिम समुदाय को भड़काने की कोशिश कर सकते हैं।
मामले पर राजनीति गर्म
हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने खुद को इस मामले से दूर रखा है। लेकिन इस मुद्दे ने पीडीपी-भाजपा गठबंधन को परेशानी में डाल दिया है। पीडीपी ने कहा है कि यदि इस मामले में भाजपा ने न्याय नहीं किया तो हमारा गठबंधन टूट सकता है। इस मामले में नेशनल कॉन्फ्रेंस भी पीडीपी पर निशाना साध रही है। कश्मीर की राजनीति को देखें, तो घाटी में पीडीपी का बोलबाला है, जबकि जम्मू में बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत की है।
Published on:
12 Apr 2018 01:25 pm
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