आखिर क्यों एक राष्ट्र एक राशन योजना पर है टकराव? केंद्र की स्कीम पर दिल्ली सरकार जता रही संदेह
पहले चरण के कार्य अब तक पूरे हो चुके हैं और दूसरे चरण के कार्यों पर काम बाकी है। यात्रा की दृष्टि से देखा जाए तो तीर्थयात्रियों के खाने, ठहरने जैसी सुविधाओं और व्यवस्थाओं में सुधार आया है। इससे साफ है कि बीते कुछ सालों में यात्रा पटरी पर लौटी है। मगर कोरोना की मार से धाम में बीते डेढ़ वर्षों से श्रद्धालुओं का आना जाना बंद है।यूरोप के सबसे बड़े डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, वीवा टेक का पांचवां संस्करण
पुनर्निर्माण पर 2300 करोड़ खर्च हुए 2013 की आपदा में तबाही के बाद पुनर्निर्माण से जुड़े मध्यकालिक और दीर्घकालिक कार्यों पर करीब 2700 करोड़ रुपये खर्च हुए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार करीब 2,300 करोड़ रुपये की राशि को सड़कों, पुलों, बेघर लोगों के आवास निर्माण पर खर्च किए गए। प्रोजेक्ट के तहत 2,382 भवनों को तैयार किया गया।