
आम कार्यकर्ता से सीएम बनने तक के सफर में केजरीवाल से जुड़े हैं कई विवाद
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल ने जब से राजनीति में कदम रखे हैं,तब से उनका नाम विवादों से जुड़ता आ रहा है। 2013 में पहली बार सीएम की कुर्सी संभालते ही उन पर विपक्षी पार्टियों ने कई कटाक्ष किए। उन पर बड़े बंगले,वीआईपी सुरक्षा को लेकर उनकी कथनी और करनी पर सवाल उठाए गए। दरअसल अन्ना हजारे के साथ शुरू किए भ्रष्टाचार आंदोलन से उन्होंने अपनी पहचान एक आम आदमी की बनानी शुरू की थी। उन्होंने हमेशा अन्ना के विचारों का अनुसरण किया और कहा कि वह पार्टी नहीं बाएंगे,मगर बाद में आम आदमी पार्टी बनाकर वे अन्ना से अलग हो गए। कांग्रेस के समर्थन से पहली बार सरकार बनाई और 49 दिन के अंदर ही पद छोड़ दिया। दोबारा चुनाव जीतकर उन्होंने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। इसके बाद दिल्ली में प्रशासनिक कामकाज को लेकर लगातार उनका टकराव एलजी से हो रहा है। तीन साल के कार्यकाल में कई विवादित घटनाएं हुईं है।
बिन्नी को निष्कासित किया
जनवरी 2014 में विधायक विनोद कुमार बिन्नी को पार्टी के खिलाफ विद्रोह के पहले संकेतों के बाद निष्कासित कर दिया गया था। अप्रैल 2015 में आप ने पार्टी के संस्थापक सदस्यों योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को आनंद कुमार और अजित झा के साथ निष्कासित कर दिया। उनका आरोप था कि ये पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। जून 2015 कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को पहली बार अपनी शिक्षा की डिग्री बनाने के लिए गिरफ्तार किया गया था और बाद में मंत्रालय से हटा दिया गया था।
संदीप कुमार पर रेप का आरोप लगा
सितंबर 2016 में मंत्री संदीप कुमार का एक महिला के साथ आपत्तिजनक वीडियो टेप पकड़ा गया,जिसने बाद में बलात्कार का आरोप लगाया। मार्च 2017 बावाना विधायक वेद प्रकाशश बीजेपी में शामिल हो गए। प्रकाश भाजपा छोड़ने के बाद 2015 में आप में शामिल हो गए थे। अप्रैल 2017 वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने एक भ्रष्ट मंत्री की रक्षा के लिए केजरीवाल पर हमला किया। इस दौरान एक वीडियो जारी किया गया,जिससे अटकलें लगीं कि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं हैं।
कुमार विश्वास को बीजेपी एजेंट बताया
इसके बाद विधायक अमानतुल्ला खान ने कुमार विश्वास को बीजेपी का एजेंट बताया था। खान को बाद में पार्टी द्वारा निलंबित कर दिया गया था। लेकिन कुमार विश्वास से केजरीवाल व्यक्तिगत रूप मिलने गए और देर रात इस समस्या का हल किया। मई 2017 के जल मंत्री कपिल मिश्रा को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त होने के एक दिन बाद, मिश्रा ने केजरीवाल के खिलाफ एसीबी में पानी माफिया को बचाने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिश्रा ने एमसीडी और पंजाब चुनावों में मनी पॉवर और महिलाओं का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

Published on:
16 Aug 2018 12:05 pm
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