केरल में थम रहा है कोरोना का कहर: 24 घंटे में कोविड के 30,491 नए केस, 128 लोगों की गई जान
एक नायक जो संकटों से परेशान नहीं होता
आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक मुख्यमंत्री का जन्मदिन 21 मार्च को होता है। पहली बार मुख्यमंत्री बने पिनाराई विजयन ने 25 मई, 2016 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी वास्तविक जन्मतिथि की घोषणा की। जब केरल की जनता विगत पांच वर्षों से संकट से घिरी हुई थी, तब जनता ने सामने से नेतृत्व वाली सरकार को निरंतरता प्रदान की। केंद्रीय एजेंसियों के आरोपों और जांच की आंधी में पिनाराई विजयन ने हार नहीं मानी। 76 साल की उम्र में चंद नवागंतुकों के साथ सीएम की कुर्सी पर लौटे। जब पिनाराई पहली बार विधानसभा पहुंचे तो एलडीएफ ने 91 सीटें जीतीं, इस बार इसे बढ़ाकर 99 कर दिया गया। सीएम बनने के बाद पिनाराई ने कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं को अमल में लेकर प्रदेश की जनता का दिल जीतने में कामयाब रहे। वे एक बार फिर नया इतिहास लिखने जा रहे है।
15वीं केरल विधानसभा का पहला सत्र आज
केरल की नवनिर्वाचित 15वीं विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। केरल के इतिहास में पहली बार, 15वें विधानसभा सत्र की शुरुआत इस खास विशेषता के साथ होगी कि एक फ्रंट सरकार को निरंतरता मिलेगी। सख्त कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत शुरू होने जा रहा यह सत्र 14 जून तक चलेगा। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर पी. रहीम नए विधायकों को शपथ दिलाएंगे। नई विधानसभा में इस बार कई बदलाव देखने को मिलेंगे। लगातार दूसरी बार सरकार बनाने में कामयाब मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सदन में अपने दामाद पीडब्ल्यूडी मंत्री पीए मुहम्मद रियास के साथ नजर आएंगे।