जयपुर। भारत की आजादी के लिए शहीद होने वाले देश के पहले क्रांतिकारी खुदीराम बोस राजनीतिक गतिविधियों में स्कूल के दिनों से ही भाग लेने लगे थे। उन दिनों अंग्रेजों से छोटे-छोटे हिन्दुस्तानी स्कूली बच्चे भी नफरत किया करते थे। वे जलसे जलूसों में शामिल होते थे तथा अंग्रेजी साम्राज्यवाद के खलिाफ नारे लगाते थे। बोस को गुलामी की बेडिय़ों से जकड़ी भारत माता को आजाद कराने की ऐसी लगन लगी कि उन्होंने नौवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी और सिर पर कफन बांधकर जंग-ए-आजादी में कूद पड़े। जानिए खुदीराम बोस के बारे में कुछ खास बातें...