
जानिए कौन है करीम लाला, जिसके कारण कांग्रेस और शिवसेना आमने-सामने आ गई है।
नई दिल्ली। शिवसेना ( Shiv Sena ) नेता और प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) के एक बयान से कांग्रेस ( Congress ) और शिवसेना के बीच 'जंग' छिड़ गई है। मामला इतना बिगड़ गया कि महाराष्ट्र में अचानक सियासी भूचाल आ गया और शिवसेना-कांग्रेस आमने-सामने आ गई है। दरअसल, संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी ( Indira Gandhi ) डॉन करीम लाला ( karim lala ) से मिलने के लिए मुंबई आया करती थीं। जैसे ही राउत ने यह बयान दिया महाराष्ट्र में सियासी हड़कंप मच गया और तुरंत कांग्रेस शिवसेना नेता पर हमलावर हो गई। हालांकि, लगातार बयानबाजी चलने के बाद किसी तरह मामला शांत हो गया। इतना ही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी भी इस 'रण' में कूद गई। बीजेपी ने यहां तक सवाल कर दिया कि क्या कांग्रेस उस समय अंडरवर्ल्ड के भरोसे चुनाव जीतती थी? आज हम आपको बताने जा रहे हैं आखिर कौन था करीम लाला, जिसके कारण इतना बड़ा सियासी भूचाल आ गया?
- 1960 से लेकर 1980-85 तक करीम लाला का नाम काफी सुर्खियों में रहा था। लाला की गिनती मुंबई के सबसे खतरनाक माफिया डॉनों की गिनती में होती थी।
- एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1920 के दशक में करीम लाला अपने परिवार के साथ अफगानिस्तान से मुंबई आया था।
- करीम लाला का पूरा परिवार मुंबई के मुस्लिम इलाके भिंडी बाजार में बस गया था।
- 40 के दशक में मुंबई बंदरगाह पर मामूली मजदूर के तौर पर काम करने वाला करीम लाला जल्द ही पठानों के गैंग में शामिल हो गया था, जो उस समय तक गुजराती जायदाद मालिकों और व्यापारियों के लिए देनदारों से वसूली का काम किया करता था।
- रिपोर्ट्स में कहा गया कि करीम लाला जल्द ही पठान गैंग का सरगना बन गया था। इसके बाद करीम लाला सुपारी लेकर कत्ल करने से लेकर जबरन घर खाली करवाने, अगवा और जबरन वसूली तक के काम करने लगा था।
- रिपोर्ट के अनुसार इन धंधों के अलावा करीम लाला गैरकानूनी शराब और सट्टे का धंधा भी बेहद कामयाबी से चलाने लगा और वरदराजन मुदलियार और हाजी मस्तान के साथ समझौता कर इलाके बांट लिए।
- करीम लाला की धमक दक्षिणी मुंबई के डोंगरी, नागपाड़ा, भिंडी बाजार और मोहम्मद अली रोड जैसे मुस्लिम इलाकों में फैल गई थी।
- करीम लाला ने 70 के दशक के अंत में बिगड़ती सेहत को देखकर पठान गैंग और अपना गैरकानूनी कारोबार अपने भतीजे समद खान को सौंप दिया और अपने कानूनी धंधों में ध्यान देने लगा, जिनमें दो होटल और एक ट्रैवल एजेंसी शामिल थे।
- रिपोर्ट्स में यहां तक गया है कि एक समय बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियां करीम लाला के यहां हाजिरी लगाते थे। करीम लाला अपनी दावतों और ईद पर कार्यक्रमों में बॉलीवुड हस्तियों को बुलाया करता था इतना ही नहीं चर्चा तो यहां तक है कि बॉलीवुड में कई फिल्मों में करीम लाला से मिलते-जुलते किरदार भी रखे गए थे। करीम लाला की मौत 90 साल की उम्र में 19 फरवरी, 2002 को हुई थी।
Published on:
16 Jan 2020 04:23 pm
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