दो दिन तक मनाई जाएगी जन्माष्टमी पूरे भारत में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाने वाला त्यौहार है। इस बार जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी। वैष्णव कृष्ण जन्माष्टमी 3 सितंबर को है। पहले दिन वाली जन्माष्टमी मंदिरों और ब्राह्मणों के घर पर मनाई जाती है। उदया तिथि अष्टमी एवं उदय कालिक रोहिणी नक्षत्र को मानने वाले वैष्णव लोग 3 सितम्बर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत पर्व मनाएंगे। रविवार को जयन्ती योग में श्रीकृष्णावतार एवं जन्माष्टमी का व्रत सबके लिए होगा।
कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त जन्माष्टमी के दिन निशिता पूजा का समय = 23:57 से जन्माष्टमी में मध्यरात्रि का क्षण = 24:20 जन्माष्टमी 2018: जानिए- किस मुहूर्त में करें पूजा और पारण, कब से कब तक रहेगी अष्टमी तिथि
जन्माष्टमी की दे रहे हैं शुभकामनाएं जन्माष्टमी की तैयारियों को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कई जगहों पर यातायात बाधित ना हो उसका भी खास ख्याल रखा गया है। बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को देशभर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बड़ी संख्या में भक्त भगवान कृष्ण की पूजा के लिए मंदिर जाते हैं। साथ ही जगह-जगह दही हांडी के कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। उधर लोग एक दूसरे को सोशल मीडिया पर भी जन्माष्टमी की शुभकमानाएं दे रहे हैं।