
lalu prasad
नई दिल्ली। बिहार (Bihar) नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (SDG) सूचकांक 2020-21 में सबसे निचले पायदान पर है। उसे सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य घोषित किया गया है। इसे लेकर बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा है।
नीचे से टॉप करा रहा
लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश में नकारात्मकता कूट-कूट कर है। उसने हमारे द्वारा बनाए गए हजारों स्वास्थ्य केंद्रों पर ताला लगा दिया और स्कूलों को गैराज बना दिया। इसका परिणाम है कि आज इन्हीं का नीति आयोग बिहार को नीचे से टॉप करा रहा है। कथित डबल इंजन (सरकार) बिहारियों के लिए ट्रबल इंजन बन गया है।'
इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी नीतीश पर हमला बोला है। नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी ने ट्वीट किया कि बिहार को लगातार तीसरे साल सबसे निचले पायदान पर रखा गया। यह कागज पर 16 साल के भाजपा-नीतीश शासन की प्रगति का सार है।
तेजस्वी के बयानों पर प्रतिक्रिया
लालू और तेजस्वी के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जनता जनता दल यूनाइटेड के नेता और पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि "अब लालू यादव नीति आयोग पर बात कर रहे हैं। वे अपने कार्यकाल को क्या भूल गए हैं। उस समय बिहार में केवल अपराधों के बारे में बात होती थी। उन्होंने कहा कि "हां, मैं मानता हूं लेकिन अगर बिहार को विशेष दर्जा मिल जाता तो स्थिति अलग ही होती। बिहार की इस स्थिति के लिए आरजेडी और कांग्रेस जिम्मेदार हैं।
बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया
इस मामले में आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि "झारखंड की रैंकिंग बिहार से अच्छी है, क्योंकि नीतीश ने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया। न कोई स्कूल, न कोई उद्योग, न कोई सड़क, ऐसे में बिहार को बेहतर रैंकिंग कैसे मिल सकेगी।
अनावश्यक 'ज्ञान' दे रहे हैं
वहीं भाजपा नेता और पार्टी के प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि लालू यादव के पास करने को कुछ नहीं बचा है। इसलिए वह अनावश्यक 'ज्ञान' दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि वह अपना शासन भूल चुके हैं जब उनकी अशिक्षित पत्नी बिहार की सीएम बनीं, उस समय क्या हुआ था?"
Published on:
05 Jun 2021 06:22 pm
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