रेलवे के मुताबिक स्लीपर क्लास सुपरफास्ट का किराया 30 रुपये होगा। साथ ही भोजन और पानी के लिए प्रति यात्री 20 रुपये शुल्क होगा। मजदूरों को किराए के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि उनके ये सभी खर्च राज्य सरकारें उठाएंगी।
रेलवे के नियम के मुताबिक इन स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। राज्य सरकार की ओर पंजीकृत और अनुमति प्राप्त लोगों को ही ट्रेन में चढ़ने दिया जाएगा। इसलिए किसी भी स्थिति में ट्रेनों के बारे में जानकारी लेने के लिए रेलवे स्टेशन न जाए। रेलवे किसी भी व्यक्ति या लोगों के समूह को टिकट जारी नहीं करेगा।
मजदूरों और अन्य जरूरतमंदों को घर वापस लाने के लिए चलाई गई ये स्पेशल ट्रेनें सारे स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी। इनके कुछ हाल्ट तय है, इन्हीं पर महज ट्रेन रुकेगी। इसलिए यात्रियों को खाना-पानी की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें ये सभी सुविधाएं रेलवे की ओर से दी जाएगी।
लॉकडाउन की अविध को 17 मई तक बढ़ाए जाने के बाद रेलवे ने सभी पैसेजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है। लॉकडाउन 3.0 में महज दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर, तीर्थयात्री, पर्यटक और छात्रों के के लिए स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। इसके अतिरिक्त माल ढुलाई और पार्सल ट्रेन का संचालन पहले की तरह जारी रहेगा।