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Lockdown के कारण 18 साल बाद घर लौटा शख्स, ना बीवी मिली जिंदा और ना ही मां

Lockdown के कारण 18 साल बाद घर लौटा शख्स घर पर ना ही बीवी ( Wife ) जिंदा बची थी और ना ही मां-बाप अब कभी वापस मुंबई ( Mumbai ) न जाने का किया फैसला

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Lockdown: Man returns home after 18 years to find parents and wife dead

करीब 18 साल बाद अपने घर लौटा था महंगी प्रसाद

नई दिल्ली। पूरा देश पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस ( coronavirus ) से जूझ रहा है। इस वायरस के कारण शहरी से लेकर ग्रामीण इलाका तक पूरी तरह प्रभावित है। आलम ये है कि 25 मार्च से देश में लॉकडाउन ( Lockdown ) है। Lockdown 4.0 के कारण काफी संख्या में प्रवासी ( Migrant ) एक राज्य से दूसरे राज्य में पलायान कर रहे हैं। इसी कड़ी में लॉकडाउन के कारण करीब 18 साल बाद महंगी प्रसाद ( Mehengi Prasad ) नामक एक शख्स अपने घर लौटा। लेकिन, गांव पहुंचते ही उसे ऐसा झटका लगा जिसकी उसने कल्पना नहीं की थी। महंगी प्रसाद की ना तो मां ( Mother ) जिंदा बची थी और ना ही बीवी ( Wife )।

18 साब बाद आई घर की याद

बताया जा रहा है कि मूलरूप से उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के तलकुलवा थाना क्षेत्र के रहने वाले महंगी प्रसाद 18 साल पहले घरवालों से नाराज होकर मुंबई ( Mumbai ) चला गया थाा। जिस वक्त महंगी प्रसाद घर छोड़कर मुंबई गया था उस वक्त उसकी उम्र 40 साल थी। शादी हो चुकी और घर में मां के अलावा उसकी तीन छोटी बेटी भी थी। पिछले 18 साल महंगी प्रसाद ने पलटकर अपनी घर की ओर देखा तक नहीं। लेकिन, लॉकडाउन के कारण महंगी प्रसाद घर लौटने पर मजबूर हो गया। जब घर लौटा तो काफी देर हो चुकी थी और उसकी पूरी दुनिया तकरीबन उजड़ चुकी थी।

घर में केवल बेटियां बची

रिपोर्ट के मुताबिक, महंगी प्रसाद पिछले 18 सालों से मुंबई था और किसी तरह अपना गुजारा कर रहा था। पेट पालने के लिए महंगी प्रसाद ने कई छोटे-बड़े काम किए। वर्तमान में प्रसाद एक फैक्ट्री में वॉचमैन ( Watchman ) का काम कर रहा था। लॉकडाउन के कारण उसकी नौकरी चली गई। कुछ दिनों तक तो उसने किसी तरह गुजारा किया। लेकिन, स्थिति बिगड़ने लगी तो उसे अपनी गांव और परिवार की याद आई। मुंबई से उसने गांव लौटने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि एक ट्रक वाले को 35 सौ रुपए देकर वह मुंबई से गोरखपुर पहुंचा और वहां से पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़ा। लेकिन, जब घर पहुंचा तो न बीवी जिंदा बची थी और न ही मां। केवल तीन बेटियां बची, जिसे वह कम में ही छोड़कर चल गया था। बेटियां बड़ी हो चुकी है। अपने पिता को जिंदा देखकर बेटियां का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि, घर वाले महंगी प्रसाद को मरा हुआ समझ चुके थे। महंगी प्रसाद ने बताया कि अब वह बची जिंदगी अपनी बेटियों और दामाद के साथ ही बिताएंगे।