यह भी पढ़ेंः कनाडाई सांसद ने Zoom मीटिंग के दौरान की शर्मनाक हरकत, एक महीने में दूसरी बार नजर आए ‘न्यूड’ 18 फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मेजर विभूति शहीद हो गए थे।
दरअसल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
दरअसल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
इस हमले के बाद ही पुलवामा के पिंगलान गांव में आतंकियों को ढेर करने के लिए सेना ने एक ऑपरेशन चलाया था। पिंगलान में हुए इस एनकाउंटर में चार सैनिक शहीद हुए थे। इन शहीदों में मेजर रैंक के ऑफिसर विभूति ढौंढियाल भी शामिल थे।
इसके बाद मेजर विभूति को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इसी दौरान उनकी पत्नी निकिता ने भारतीय सेना में शामिल होने का फैसला लिया था। यह भी पढ़ेँः Kerala High Court का बड़ा फैसला, सरकार के मुस्लिमों को 80 और ईसाइयों को 20 फीसदी स्कॉलरशिप आरक्षण देने के आदेश को किया रद्द
इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की, परीक्षा पास करने के साथ ही सख्त ट्रेनिंग का सामने करने के बाद आखिरकार निकिता 29 मई को अपने पति को सच्ची श्रद्धांजलि देने में सफल रहीं और उन्हें नार्दन कमांड के जनरल वाई के जोशी ने कंधों पर स्टार लगाकर इंडियन आर्मी का हिस्सा बनाया।
साथ ही देश सेवा के लिए भारतीय सेना में उनका स्वागत भी किया।
साथ ही देश सेवा के लिए भारतीय सेना में उनका स्वागत भी किया।
आपको बता दें कि मेजर विभूति और नितिका की शादी को 10 माह ही हुए थे और अप्रैल 2019 में दोनों की पहली मैरिज एनिवर्सिरी थी। लेकिन इससे पहले ही पुलवामा हमने नितिका और विभूति का साथ छीन लिया।
पति के वीर गति को प्राप्त होने के बाद नितिका कौल ने अपने पति को एक बहादुर सैनिक बताते हुए कहा था कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि उनके पति की शहादत और ज्यादा लोगों को सेनाओं में जाने के लिए प्रेरित करेगी।