
नई दिल्ली। रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में छठी बार मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने मन की बात में छात्रों और युवाओं से कहा कि आज मैं देश के युवाओं की बात करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं भी एनसीसी का कैडेट रहा हूं और मन से आज भी खुद को कैडेट मानता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 'फिट इंडिया मूवमेंट' से तो आप परिचित ही होंगे । CBSE ने एक सराहनीय पहल की है। फिट इंडिया सप्ताह इसी दिशा में उठाया गया सार्थक कदम है। इसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके शिक्षक और माता-पिता भी भाग ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आइए, इस अवसर पर हम अपने आर्म्ड फोर्सेज के अदम्य साहस, शौर्य और समर्पण भाव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और वीर सैनिको का स्मरण करें।
उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर को 'आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे' मनाया जाता है। यह वो दिन है जब हम अपने वीर सैनिकों को उनके पराक्रम को, उनके बलिदान को याद तो करते ही हैं, लेकिन योगदान भी करते हैं।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि अनुशासन का महत्व केवल एनसीसी में ही नहीं सामान्य जीवन में है। NCC में सजा के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे कभी सजा नहीं मिली। मैं अनुशासन मानने वाला था। एक बार गलतफहमी हो गई थी।
एक बार मैं एनसीसी रहते हुए पतंग की डोर में एक पंक्षी के फंसने के बाद बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया था। इसके बदले सजा मिलने के बजाय वाहवाही मिली। हालांकि उस समय मुझे लगा था कि कुछ ऐक्शन होगा।
वैसे, मेरा सौभाग्य रहा है कि मैं अपने गांव के स्कूल में पढ़ाई के दौरान एनसीसी कैडेट रहा। मुझे इस अनुशासन और यूनिफॉर्म के बारे में मालूम है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने अलग-अलग राज्यों के एनसीसी कैडेट्स से उनके अनुभव के बारे में जानकारी हासिल की। पीएम मोदी ने कहा कि एनसीसी दुनिया के सबसे बड़े यूनिफॉर्म यूथ ऑर्गेनाइजेंशस में एक है। इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना तीनों शामिल है। लीडरशिप, देशभक्ति, सेल्फलेस सर्विस, देशभक्ति, सबको अपने चरित्र को हिस्सा का बनाने की रोमांचक यात्रा का नाम एनसीसी है।
Updated on:
24 Nov 2019 02:28 pm
Published on:
24 Nov 2019 12:10 pm
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