
नई दिल्ली। कोरोना संकट ( Corona Crisis ) के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी कामगार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों ( Shramik Special Trains ) और बसों से घर वापस पहुंचने लगे हैं। उन्हीं में से कुछ कामगारों का कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद से वहां के लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। देश के कई हिस्सों से इस तरह की सूचनाएं आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड ( Jharkhand ) से भी सामने आया है।
दरअसल, झारखंड में विशेष ट्रेन से पहुंचे एक शख्स को मंगलवार रात कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इस बारे में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि कोरोना पीड़ित व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेन से तेलंगाना से झारखंड पहुंचा था, जिसे अब कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति झारखंड के लातेहार का रहने वाला है।
झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 173 मामले सामने आए हैं। अब तेलंगाना से एक प्रवासी कामगार कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से वहां केे लोगों में चिंता बढ़ने लगी है। झारखंड ही नहीं, बिहार, यूपी से सहित कई अन्य राज्यों में भी ऐसे मामले सामने आए हैं।
अभी तक अलग-अलग राज्यों से लौटे 11 लाख से अधिक प्रवासियों में से 300 से अधिक लोगों के संक्रमित होने की रिपोर्ट सामने आई है।
बता दें कि देशभर में 25 मार्च से ही लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई तक प्रभाव में रहेगा। लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार ने कई छूटों का ऐलान किया। देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासियों को उनके गृह राज्य पहुंचाने की अनुमति भी दी गई।
केंद्र सरकार ने प्रवासी कामगारों की समस्याओं को देखते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई। अभी तक सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड स्थिति अपने घर पहुंच चुके हैं।
यहां तक सबकुछ सही था, लेकिन चिंता की बात यह है कि इनमें से 300 लोग कोरोना संक्रमित निकले हैं। अगर ऐसे अनजान कोरोना संक्रमित कामगारों की समय रहते पहचान नहीं हुई तो यही लोग देश के दूरदराज इलाकों में कोरोना के वाहक भी साबित हो सकते हैं।
Updated on:
13 May 2020 04:12 pm
Published on:
13 May 2020 04:11 pm
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