
Ministry of Education informs about the decision to open school
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण देशभर में लाखों अभिभावक स्कूलों को खोले जाने को लेकर चिंताग्रस्त हैं। इसके चलते अभिभावकों के एक बड़े समूह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिलहाल स्कूलों को ना खोले जाने की भी अपील की है। हालांकि बावजूद इसके सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि देशभर में स्कूलों को कब खोला ( when school reopen ) जाएगा। इस संबंध में गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ( Ministry of Education ) ने बड़ी जानकारी दी। शिक्षा मंत्रालय की मानें तो फिलहाल हालात का आकलन किया जा रहा है, जिसके आधार पर ही आगे का कोई फैसला लिया जाएगा।
गुरुवार को जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ( Ramesh Pokhriyal Nishank ) से स्कूलों को खोलने ( Schools open ) को लेकर सरकार की क्या योजना है, विशेषकर प्राइमरी के बच्चों के लिए, के सवाल पर उन्होंने कहा, "अनलॉक 3.0 ( Unlock 3.0 ) के दिशानिर्देशों के तहत गृह मंत्रालय ( Ministry of Home Affairs ) ने 31 अगस्त तक स्कूल, कॉलेज और सभी कोचिंग संस्थान बंद रखने का निर्देश दिया है। आने वाले वक्त में गृह मंत्रालय के जो भी दिशानिर्देश आएंगे, हम उसके अनुसार फैसला लेंगे।"
बता दें कि देशभर के तमाम अभिभावक समूहों समेत अखिल भारतीय अभिभावक संघ ने प्रधानमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री समेत विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फिलहाल स्कूलों को न खोलने (cbse schools open date ) की अपील की है।
वहीं, दिल्ली सरकार चाहती है कि स्कूलों को जल्द से जल्द खोल दिया जाए। दिल्ली सरकार के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक छात्रों का स्कूल जाना बेहद आवश्यक है और स्कूल में ही छात्रों का सर्वांगीण विकास संभव है। फिलहाल गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए पूरे देश भर में 31 अगस्त तक सभी स्कूल- कॉलेज बंद रखे गए हैं। इसलिए स्कूल खोलने को लेकर कोई भी नया फैसला सितंबर के दौरान ही लिया जा सकता है।
इससे पहले शिक्षा मंत्रालय से संबंधित संसदीय समिति द्वारा सोमवार को आयोजित बैठक में कहा गया था कि वर्ष 2020 को शून्य शिक्षा वर्ष (जीरो सेशन ) नहीं किया जाएगा। समिति ने यह भी कहा था कि फिलहाल पूरे देश में स्कूलों को फिर से खोले जाने को लेकर कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।
राज्य सभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्रालय संबंधी संसद की स्थायी समिति ने कोरोना वायरस महामारी के बीच शिक्षा और छात्रों के हालात पर चर्चा की है। सहस्रबुद्धे के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से यह इस समिति की पहली बैठक थी। इस बैठक में स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा के सचिव, यूजीसी के अध्यक्ष, एआईसीटीई और सीबीएसई के अधिकारी भी शामिल हुए।
Updated on:
13 Aug 2020 10:42 pm
Published on:
13 Aug 2020 07:45 pm
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