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मानसून की मनमर्जी से देशभर के कई राज्यों में बिगड़े हालात, 100 दल संभालेंगे सुरक्षा व्यवस्था

दिल्ली से भले ही मानसून रूठा हो लेकिन देशभर के कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, निपटने के लिए एनडीआरएफ की 100 टीम तैनात

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मानसून की मनमर्जी से देशभर के कई राज्यों में बिगड़े हालात, 100 दल संभालेंगे सुरक्षा व्यवस्था

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर से भले मानसून ने दूरी बना रखी हो लेकिन देश के कई राज्यों में भारी बारिश से हालात बेकाबू हो रहे हैं। कई इलाकों में स्थिति बाढ़ तक पहुंच चुकी है। ऐेसे में जानमाल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अब देशभर में 100 सुरक्षा दलों की तैनाती की गई है। गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। इससे चलते यहां जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है।


इन राज्यों में चार दिन रहेंगे भारी
मौसम विभाग की माने तो आने वाले चार दिन देश के कई राज्यों पर भारी रहेंगे। इनमें महाराष्ट्र, उत्तराखंड, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, असम, तमिलनाडु, कोंकण, गोवा समेत उत्तर भारत कुछ और इलाके शामिल हैं। मौसम विभाग के अधिकारियों की माने तो इन राज्यों में चार दिन तक जोरदार बारिश होगी। ऐसे में प्रशासन और एनडीआरफ साझा सहयोग से देशभर में करीब 100 टीमों को तैनात किया गया है। इस दल में 4500 कर्मी शामिल हैं जो देश के 71 इलाकों में बाढ़ से निपटने के लिए मुस्तैदी से डंटे रहेंगे।

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दो दिन इन राज्यों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक देश के कुछ राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ शामिल हैं।

पंजाब में भी बिगड़े हालात

मानसून की जोरदास दस्तक के साथ पंजाब में भी हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। शुक्रवार सुबह हुई बारिश ने जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है।


असम में बाढ़ 24 हजार लोग प्रभावित
असम में बाढ़ की स्थिति गुरुवार को भी गंभीर बनी रही और तीन जिलों में 24 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। लखीमपुर, धेमाजी और बिश्वनाथ जिलों के 35 गांवों में 24,226 लोग बाढ से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सबसे ज्यादा प्रभावित लखीमपुर जिले में बाढ़ की स्थिति का दौरा किया और पूर्वोत्तर बिजली निगम (नीप्को) को अपने रंगानदी बांध से बिना चेतावनी के और पानी नहीं छोड़ने को कहा। यहां बाढ़ से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है।


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