
मानसून ने पकड़ी रफ्तार, 31 जुलाई तक देश के कई राज्यों में जमकर बरसेंगे बदरा
नई दिल्ली। दक्षिण से निकले मानसून ने अब रफ्तार पकड़ ली है। इसका नतीजा दिल्ली-एनसीआर समेत देश के उत्तरी हिस्सों में आसानी से देखा जा सकता है। खास तौर पर पहाड़ी इलाकों उत्तराखंड़, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश में तो भारी बारिश से बुरा हाल हो ही रहा है, साथ ही राजस्थान और मध्यप्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। मौसम विभाग के मुताबिक 27 से 31 जुलाई के बीच मानसून की रफ्तार में और इजाफा होगा। इस रफ्तार में उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य भारत के हिस्से खासे प्रभावित होंगे।
मानसून ने आखिरकार दिल्ली-एनसीआर में जबरदस्त आमद दर्ज करवा ही दी। गुरुवार से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी रुक-रुक कर चलती रही। नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा समेत राजधानी के आस-पास के इलाकों में जमकर बदरा तो बरसे लेकिन सड़कों पर आफत का नया दौर शुरू हो गया। हर तरफ जल भराव के चलते लंबा जाम तो लगा ही साथ ही कई दुर्घटनाएं भी सामने आईँ। भारी बारिश को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दे दिए हैं।
मसूरी में 24 घंटे से लगातार बरस रहा पानी
उत्तराखंड में मानसून जरूरत से ज्यादा मेहरबान है। यहां अब तक पूरे महीने में भारी बारिश ने लगभग पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले रखा है। मसूरी में पिछले 24 घंटे से लगातार पानी बरस रहा है जिससे यहां स्थित कैम्पटीफॉल अपने पूरे शबाब पर है। मौसम विभाग की माने तो अभी ये दौर रुकने वाला नहीं है। आने वाले एक हफ्ते मानसून की ऐसी ही आमद दर्ज होती रहेगी। पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के चलते हथनीकुंड बैराज से 1.31 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद आज यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी के स्तर को छू सकता है।
राजस्थान के 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश
मौसम विभाग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।राजस्थान में मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
एमपी और यूपी में भी अलर्ट
देश के मध्य इलाके यानी मध्यप्रदेश में भी मानसून की रफ्तार में फिलहाल कोई कमी दिखाई नहीं दे रही है। राजधानी भोपाल समेत इंदौर, ग्वालियर, नीमच, मंदसौर में अगले 24 घंटे में जबरदस्त बारिश होगी। वहीं यूपी में भी अधिकांश जिलों में इस सप्ताह से मानसून रफ्तार पकड़ लेगा।
किसानों के चेहरे खिले
बारिश के इस दौर से किसान खास तौर पर गन्ना, धान किसान काफी खुश हैं। उनका मानना है कि इससे उनकी फसलों को काफी फायदा होगा। किसानों को काफी समय से ऐसी बारिश की जरूरत थी। ट्यूबवेल के पानी से काम नहीं चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे बारिश उनके लिए वरदान साबित हो सकती है।
ट्रेनों की रफ्तार पर पड़ा असर
भारी बारिश और जल भराव का शिकार रेलवे भी हो रहा है। ट्रैक पर पानी भर जाने की वजह से कई ट्रेने अपने तय समय से काफी देरी से चल रही हैं। बुधवार रात साढ़े दस बजे पहुंचने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस 10 घंटे की देरी से बृहस्पतिवार सुबह करीब सवा आठ बजे पहुंची। इसके अलावा संगम एक्सप्रेस ढाई घंटे और नौचंदी एक्सप्रेस तीन घंटे की देरी से पहुंची। वहीं शालीमार एक्सप्रेस डेढ़ घंटा, उत्कल एक्सप्रेस दो घंटा, गोल्डन टेंपल एक घंटा देरी से पहुंची।
Published on:
27 Jul 2018 08:48 am
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