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मौसम विभाग ने आज इन प्रदेशों के लिए जारी किया है अलर्ट, जमकर होगी बारिश

मौसम विभाग ( Indian Met Department ) के मुताबिक देशभर में इस मानसून ( monsoon in india ) में औसत से 12 फीसदी ज्यादा ( heavy rainfall ) बारिश। उत्तर-पश्चिम भारत ( rainfall in country ) में औसत से पांच फीसदी कम दर्ज की गई इस मानसून में बरसात ( monsoon rain in india )। दिल्ली-एनसीआर ( delhi ncr rains ) में बुधवार-गुरुवार को ज्यादा बारिश होने की संभावना ( weather alert )।

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Monsoon in India

Monsoon in India

नई दिल्ली। मौजूदा वक्त में पूरे देश में मानसून ( monsoon in india ) मेहरबान रहा है, लेकिन उत्तर भारत में इसने लोगों को बेरुखी दिखाई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक जल्द ही मानसून की यह बेरुखी खत्म होने वाली है। राजधानी दिल्ली समेत संपूर्ण उत्तर भारत में इस सप्ताह बुधवार से मानसून जोर पकड़ सकता है और लोगों को जिस बारिश का इंतजार है, वो हो सकती है। मौसम विभाग (Indian Met Department ) के मुताबिक देशभर में इस मानसून ( rainfall in country ) में औसत से 12 फीसदी ज्यादा बारिश ( Above average rains ) हुई और उत्तर-पश्चिम इलाकों में औसत से पांच फीसदी कम। विभाग के मुताबिक सोमवार रात से ही दिल्ली-एनसीआर में छिटपुट बारिश शुरू हो जाएगी और बुधवार-गुरुवार को ज्यादा ( weather alert ) होगी।

एक तरफ दिल्ली में बारिश का इंतजार है तो मुंबई में मूसलधार बारिश ने जन-जीवन को प्रभावित कर दिया। बिहार में भी हुई बारिश ने बाढ़ के हालात बना दिए हैं। आईएमडी के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश ( delhi ncr rains ), उत्तराखंड समेत समूचे उत्तर भारत में मानसून का रुख तो फिलहाल बना हुआ है और कई स्थानों पर बरसात हो भी रही है। लेकिन बुधवार से बारिश बढ़ ( heavy rainfall ) जाएंगी।

मौसम विभाग ने बताया कि मौजूदा मानसून के दौरान पूरे भारत में 1 जून से लेकर 5 जुलाई तक औसत से 12 प्रतिशत अधिक बारिश ( monsoon rain in india ) दर्ज की गई है। इस दौरान देशभर में 232.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि आमतौर पर औसत बारिश 208.2 मिलीमीटर होती है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत में इस अवधि में 94.6 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई, जबकि इस दौरान इस रीजन में औसत बारिश 99.1 मिलीमीटर दर्ज की जाती है।

वहीं, ओडिशा, मुध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात समेत मध्य भारत में इस मानसून में बादल औसत से 21 फीसदी ज्यादा बरसे हैं। बीते कुछ दिनों से मुंबई समेत महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाकों में भारी बरसात ने जन-जीवन प्रभावित कर दिया है। मध्य भारत में इस दौरान औसत 217.7 मिलीमीटर की तुलना में 263.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। दक्षिण प्रायद्वीपीय रीजन में इस बार औसत से 11 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। देश के इस हिस्से में आमतौर पर होने वाली 192.3 मिलीमीटर औसत बारिश की तुलना में चालू सीजन में 213.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में इस मानसून में नौ फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। यहां 454.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि हर बार औसतन यहां 418.4 मिलीमीटर बारिश होती है। देश में यह इलाका सर्वाधिक बारिश वाला है। इस रीजन में आने वाले बिहार में इस बार मानसून में अब तक 63 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है। बिहार में 1 जून से 5 जुलाई तक औसत 220.5 मिलीमीटर बारिश की तुलना में इस बार 360.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।