
नई दिल्ली।
देश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्योग यानी MSME सेक्टर ने बदलते समय के साथ अपनी अहम पहचान बनाई है। जैसे-जैसे समय गुजरा, MSME sector की जीडीपी में हिस्सेदारी भी बढ़ी है। यही नहीं, MSME सेक्टर ने लाखों युवाओं को रोजगार भी दिया है।
अगर इस सेक्टर के जमे रहना है, तो आपको फंड की जरूरत होगी। आपके पास अपनी पूंजी नहीं है, तो आसानी से लोन भी हासिल कर सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि लोन लेने की पूरी प्रक्रिया क्या है।
क्यों जरूरी है लोन-
MSME sector में ज्यादातर कम पूंजी वाले लोग होते हैं, इसलिए उन्हें लोन की जरूरत पड़ती है। यह लोन छोटे व मध्यम कारोबारियों के अलावा startups को भी मिल जाता है। हां, लोन चुकाने के लिए समय-सीमा अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा, ब्याज दर भी आवेदक की प्रोफाइल, कारोबार की स्थिति, पुराने लिए गए लोन को देखते हुए तय की जा सकती है। इस लोन के लिए बैंक या NBFC की शर्तें पूरी करनी होती है। MSME लोन के लिए आपको निम्न प्रक्रियाएं पूरी करना जरूरी हैं।
ये दस्तावेज होंगे जरूरी -
कौन से बैंक देंगे MSME Loan :
जून में लिए कुछ खास फैसले
सरकार ने MSME Sector को लेकर गत जून में कुछ खास फैसले लिए। बैठक हुई। इसमें MSME की परिभाषा में बदलाव को मंजूरी दी गई। मध्यम उद्यमों का टर्नओवर बढ़ाकर 250 करोड़ रुपये किया गया। 1 करोड़ रुपये के निवेश और 5 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले उद्यमों को सूक्ष्म उद्यम माना जाएगा। 10 करोड़ रुपये से कम के निवेश और 50 करोड़ रुपये से कम टर्नओवर वाले कारोबार को छोटे उद्यमों माने जाते हैं। वहीं, 50 करोड़ रुपये के निवेश और 250 करोड़ रुपये के कारोबार वाली इकाइयों को मध्यम उद्यम माना जाएगा।
Published on:
25 Nov 2020 12:52 pm
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