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मुंबई रेलवे हादसे पर पुलिस का संवेदनहीन चेहरा हुआ उजागर

पुलिस ने मृतकों के चेहरों पर नंबर लिखकर फोटो जारी किया। बॉडी पर 1 से लेकर 22 नंबर तक लिखा गया है।

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 Mumbais Elphinstone railway station

मुंबई: मुंबई के एलिफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर हुए दर्दनाक हादसे पर एक तरफ पूरा देश मातम में डूबा है। वहीं दूसरी तरफ मुंबई पुलिस का संवेदनहीन चेहरा सामने आया। पुलिस ने मृतकों के चेहरों पर नंबर लिखकर फोटो जारी किया। बॉडी पर 1 से लेकर 22 नंबर तक लिखा गया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से 22 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।

बारिश के चलते पुल पर खड़े थे लोग

बताया जा रहा है कि तेज बारिश होने के बाद लोग फुटओवर ब्रिज पर ही खड़े थे और बरिश खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। इसके कारण ब्रिज पर भीड़ बढ़ गई, भगदड़ मच गई। कहा जा रहा है कि इसी दौरान एक व्यक्ति का पैर फिसल गया था। इसके बाद सीढिय़ों पर भगदड़ मच गई। जिसमें 22 लोगों की जानें चली गई। ब्रिज को लेकर पहले भी चेतावनी दी गई थी कि वह कभी किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकता है। लेकिन प्रशासन की तरफ से इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।

सरकार ने किया मुआवजे का एलान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने घटना को लेकर दुख प्रकट किया। इसके साथ मृतकों के परिवारों की हर संभव मदद और घायलों के लिए दुआ भी की। सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए देने और घायलों के मुफ्त इलाज कराने का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने दुख जताते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

पहले भी उठी थी पुल को दुरुस्त करने की मांग
एलफिन्सटन रोड स्टेशन के फुटओवर ब्रिज की खस्ता हालत को सुधारने के लिए पहले भी मांग हो चुकी है। इस मामले पर पुलिस का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है।

दो दिन पहले ही जर्जर पुल की दी गई थी सूचना
मुंबई के एलिफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में रेलवे की बड़ी और चौंकाने वाली चूक निकल कर सामने आई है। रेलवे के जिस ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ से 22 लोगों की मौत हुई है, उसी ब्रिज पर ध्यान देने के लिए घटना से दो दिन पूर्व ही एक जिम्मेदार नागरिक ने ट्वीट कर न केवल विभाग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई, बल्कि ओवर क्राउडेड ब्रिज की तस्वीरें भेजकर विभाग के अफसरों को चेताया भी। लेकिन रेलवे की लापरवाही का आलम यह है कि हादसे की आशंका की जानकारी होते हुए भी विभाग इसकी ओर से आंखें मूंदे रहा और इतना बड़ा हादसा होने दिया।