नाक के नीचे हो रही है हेरा-फेरी
आपको बता दें कि बोगियों को कोई आपराधिक गिरोह नहीं कर रहा है, बल्कि सारा खेल नई दिल्ली से ही खेली जा रही है। रांची से दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के साथ कुछ ज्यादा ही खेल खेला जा रहा है। बताया जा रहा है कि राजधानी एक्सप्रेस के अलावा नई दिल्ली जाने वाली कुछ अन्य ट्रेनों के साथ ही ऐसा हो रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि रांची रेल मंडल को पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर नई बोगियां जाती है तो कहां जाती है। दरअसल रेल के नए डिब्बे रेलवे अधिकारियों के नाक के नीचे हीं हेरा-फेरी हो रही है। बता दें कि रेल डिब्बों की एक मियाद होती है। इस मियाद के अंदर बोगियां पुरानी हो जाती हैं जिससे उनके एसी हो या शौचालय या अन्य दूसरी सुविधाओं का स्तर गिरने लगता है। इससे सफर करने वाले यात्री काफी परेशान होते हैं और रेल विभाग को शिकायत करते हैं। लेकिन रांची रेल मंडल की इन परेशानियों से लापरवाह दिल्ली रेल मंडल नाक के नीचे से रांची रेल मंडल की नई बोगियों की हेरा-फेरी कर लेता है। दिल्ली रेल मंडल नई बोगियों को काटकर ट्रेन में पुराने डिब्बे जोड़ देता है और फिर वापस रांची भेज देता है। पुरानी बोगियों के कारण राजधानी एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में यात्रियों की शिकायतें बढ़ी हैं।
रांची रेल मंडल ने की शिकायत
आपको बता दें कि लगातार नई बोगियों के कटने से परेशान होकर रांची रेल मंडल ने उत्तरी रेलवे के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की है। इस शिकायत में रांची रेल मंडल ने तिथिवार बताया है कि कब-कब नई बोगियों को काटा गया है। रांची रेल मंडल ने बताया है कि 18 अप्रैल – LWFAC, 19 अप्रैल – LWACCN, 23 मई – LWACCN, 30 मई – LWCBAC, LWLRRM को ट्रेन से नई बोगियां काटी गई। हालांकि रांची रेल मंडल के एडीआरएम विजय कुमार का कहना है कि ‘आकिस्िमक स्थिति में बोगी को काटा जाता है। ऐसा हो सकता है कि दिल्ली मंडल भी इसी परिस्थिति में बोगी को काटता है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम भी काटते हैं।