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डॉक्टर ऐप पर गर्भवती महिला का रिकॉर्ड देख घर-घर जाकर इलाज कर रहे 

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना में महिलाओं का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा। हरियाणा के करनाल में मृत्यु दर में अाई कमी। 

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rohit panwar

Nov 10, 2016

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नई दिल्ली. देशभर में हर गर्भवती महिला के उपचार का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। डॉक्टर मेडिकल रिकॉर्ड को देख हर महीने की नौ तारीख को जांच के लिए घर-घर जाकर जरूरी चैकअप व इलाज से जुड़ी सलाह दे रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लॉन्च किए गए मोबाइल ऐप व पोर्टल से ऐसा संभव हो रहा है। इससे गंभीर बीमारी का पता लगा कई महिलाओं की जानें बचाई जा रही है। हरियाणा के करनाल जिले में बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

डॉक्टर व वॉलियंटर जोड़े जा रहे हैं

केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना में मेडिकल रिकॉर्ड से लेकर डॉक्टर की जानकारी ऑनलाइन की जा रही है। इस योजना की शुरुआत इस साल जून में की गई थी लेकिन अब इसे डिजिटलाइज्ड किया गया है। पोर्टल और ऐप लॉन्च हुआ है। इस पर डॉक्टर व वॉलियंटर जोड़ गए हैं व जोड़े जा रहे हैं। इस पर वो हर गर्भवती महिला का रिकॉर्ड दर्ज कर रहे हैं। महिला व उनके परिवार भी अपना रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकते हैं। बता दें कि हरियाणा के करनाल समेत कई शहरों में पोर्टल व ऐप से निगारनी शुरू हो चुकी मगर देश के बाकी हिस्सों में अब पूरी तरह से इसका इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।

हरियाणा के करनाल में बेहतर परिणाम

हरियाणा के करनाल में प्रयोग सफल होता दिख रहा है। करनाल के डिप्टी सीएमओ सतबीर सिंह के अनुसार, जिले की गर्भवती महिलाओं का निशुल्क इलाज किया जा रहा है। हर महीने डॉक्टरों के घर घर जाकर दौरा करने से ऐसे हाई रिस्क मामले पकड़ में आए हैं जो अब तक बहुत कम संख्या में सामने आते थे। अहम बात यह है कि करनाल जिले में मत्युदर में कमी आई है। पहले एक लाख महिलाओं में से 124 महिलाओं की मौत हो जाती थी। अब मौत होने वाली संख्या घटकर 99 हो गई है। सीएमओ एसएल वर्मा ने मृत्यु दर 75 तक लाने का लक्ष्य रखा है।

कैसे होगा फायदा

यूनिसेफ इंडिया इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार का सहयोग कर रहा है। बहरहाल, ऐप व पोर्टल पर रिकॉर्ड देख महिला को जरूरत पड़ने पर इलाके के नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराए जाने का प्रावधान है। सरकारी अस्पतालों ने काउंसलर भी नियुक्त किए हैं जो आशा वर्कर्स की मदद से महिलाओं की काउंसिंग करते हैं। हर महीने की नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं को निशुल्क, व्यापक एवं गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व देखभाल उपलब्ध कराया जाता है। गर्भवती महिलाएं गर्भधारण की दूसरी या तीसरी तिमाही में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के स्त्रीरोग विशेषज्ञों से विशेष प्रसव पूर्व जांच सेवाओं का लाभ उठा सकती हैं। इन सेवाओं में अल्ट्रासाउण्ड, रक्त एवं मूत्र की जांच शामिल है। निजी क्षेत्र के चिकित्सक भी इस योजना में भूमिका निभाएंगे।

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