
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीमाल।
नई दिल्ली। निर्भया रेप केस ( Nirbhaya Rape Case ) के दोषियों को फांसी की सजा मिलने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग और दिल्ली महिला आयोग ने त्वरित प्रतिकिया में बताया है कि यह काम पहले हो जाना चाहिए थ। इस मामले में पीड़ित पक्ष को देर से ही सही इंसाफ मिल गया है।
निर्भया रेप केस ( Nirbhaya Rape Case ) के दोषियों को फांसी की सजा मिलने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ( NWC President Rekha Sharma ) ने #NirbhayaConvicts पर निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने की घटना एक उदाहरण सेट करने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि ऐसा पहले भी किया जा सकता था।
इस घटना के बाद लोगों को पता चल गया कि उन्हें सजा दी जाएगी। आप तारीख बढ़ा सकते हैं लेकिन आपको सजा मिलेगी। रेखा शर्मा ने कहा कि यह अपराधिक सोच रने वाले लोगों के सख्त संदेश है। इस बात से गलत सोच रखने वाले सबक लेने का काम करेंगे।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ( DWC President Swati Maliwal ) इस घटना को ऐतिहासिक बताया है। दिल्ली महिला आयोग #NirbhayaConvicts पर इस घटना का जिक्र किया है। स्वाति मालीवाल से 20 मार्च को एक ऐतिहासिक दिन करार दिया है। आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने बताया है कि निर्भया को 7 साल बाद न्याय मिला। उसकी आत्मा को आज शांति मिली होगी। देश ने बलात्कारियों को एक कड़ा संदेश दिया है। अगर किसी ने इस तरह की अपराधिक घटना को दोबारा अंजाम दिया तो उन्हें भी फांसी दी जाएगी।
आपको बता दें कि साल 2012 में राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप केस में करीब सवा सात साल के बाद पीड़ित पक्ष को इंसाफ ( Justice ) मिला। तिहाड़ जेल ( Tihar Jail )के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी गई। निर्भया के चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया। अब इनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया है ।
Updated on:
20 Mar 2020 11:08 am
Published on:
20 Mar 2020 08:07 am
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