
निर्भया गैंगरेप केस: पवन जल्लाद को वापस मेरठ भेजा गया।
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप केस ( Nirbhaya Gang Rape Case ) के चारों दोषियों की फांसी टल गई है। कोर्ट ( Court ) के अगले आदेश तक अब दोषियों को फांसी पर नहीं लटकाया जा सकेगा। कोर्ट के आदेश के बाद तिहाड़ जेल ( Tihar Jail ) प्रशासन ने फांसी की तैयारियां रोक दी है। वहीं, मेरठ ( Meerut ) से आए पवन जल्लाद ( Pawan Jallad ) को वापस जाने के लिए कह दिया गया है। इतना ही नहीं मक्खन लगी रस्सी को सुरक्षित लॉकर में भी रख दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, तिहाड़ जेल प्रशासन ने दोषी विनय को छोड़कर तीन दोषी पवन, अक्षय और मुकेश को फांसी पर लटकाने की तैयारियां पूरी कर ली थी। इतना ही नहीं गुरुवार को इन तीनों से इनकी अंतिम मुलाकात के बारे में भी पूछ लिया गया था। इसी वजह से अक्षय को छोड़कर बाकी दो के परिवारवालों ने शुक्रवार को इनसे मुलाकात भी की थी। शुक्रवार को अक्षय से मिलने का संभावित अंतिम दिन होने के बावजूद इसके परिवार से कोई मिलने नहीं आया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसे मामले में जब एक की दया याचिका खारिज होने पर सभी की फांसी 14 दिन के लिए रुक गई थी तो ऐसा कोई सिस्टम बनाना चाहिए कि एक ही मामले के एक से अधिक दोषियों को भी अगर फांसी से बचने के लिए दया याचिका लगानी है तो वह भी सब एक साथ ही लगाएं। तिहाड़ जेल प्रशासन का यह भी कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि तीन कैदियों को फांसी देने की उन्हें इजाजत मिल जाएगी। लेकिन, अचानक फांसी पर स्टे लग दिया गया। कोर्ट से आदेश मिलते ही फांसी की सारी प्रक्रिया रोक दी गई। इतना ही नहीं जेल प्रशासन ने पवन जल्लाद को वापस जाने के लिए भी कह दिया। हालांकि, पवन जल्लाद ने जेल प्रशासन से पूछा कि दोषियों को फांसी पर कब लटकाया जाएगा। क्योंकि, शुक्रवार को फांसी का रिहर्सल भी हुआ था। दरअसल, सभी दोषियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी देने की तैयारी थी। लेकिन, अचानक फांसी टल गई। अब देखना यह है कि कोर्ट का अगला आदेश कब और क्या आता है?
Published on:
01 Feb 2020 10:47 am
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