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महाराष्ट्र के इस जिले में एक भी नहीं कोरोना का केस, जानिए क्या इसके पीछे का कराण?

देश में कोरोना वायरस ( coronavirus ) ने पकड़ी रफ्तार महाराष्ट्र ( Maharashtra ) बना भारत का 'वुहान' महाराष्ट्र के चंद्रपुर ( Chandrapur ) जिले में कोरोना के एक भी मरीज नहीं

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नई दिल्ली। पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस ( coronavirus ) की चपेट में है। 8900 से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि अब तक 339 लोगों की मौत हो गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे देश को लॉकडाउन ( Lockdown ) कर दिया गया है। इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर, महाराष्ट्र ( Maharashtra ) में स्थिति सबसे ज्यादा भयावह है। राज्य में अब तक 2334 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 160 लोगों की मौत हो गई है। जबकि, 217 इस महामारी से ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। महाराष्ट्र की स्थिति का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इसे अब भारत का 'वुहान' कहा जाने लगा है। लेकिन, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जिस महाराष्ट्र इस तरह कोरोना का कहर है, उसी राज्य में एक जिला ऐसा भी है जहां कोरोना का एक भी मरीज नहीं। जी हां सही सुना आपने, महाराष्ट्र के चंद्रपुर ( Chandrapur ) जिले में कोरोना के एक भी मामले अब तक सामने नहीं आए हैं।

पश्चिम में स्थित चंद्रपुर जिला नागपुर और यवतमाल से बेहद सटा हुआ है। नागपुर में जहां कोरोना वायरस के अब तक 29 केस मिले हैं, वहीं यवतमाल में 4 मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन, चंद्रपुर जिले में अब तक कोरोना का आगमन नहीं हुआ है। कोरोना को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने भी कड़ी मेहनत की है। प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान लेने के लिए लोगों को खास तरह का पास जारी किया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। इस बात को आप इस तरह समझ सकते हैं कि चंद्रपुर जिले के दूसरे सबसे बड़े शहर बल्लारपुर नगर निगम में 22 हजार परिवारों को पांच समूहों में बांटा गया है।

बताया जा रहा है कि हर समूह को एक पास जारी किया गया है-गुलाबी, नीला, सफेद, पीला और हरे रंग का। इस पास पर तारीखें भी दर्ज है, जिसके तहत पास धारक सामान लेने के लिए घर से निकल सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बल्लारपुर में रहने वाले कपिल धले को सफेद रंग का पास दिया गया है। इसके तहत वो महीने की 5, 10, 15, 20, 25 और 30 तारीख को घर का सामान खरीदने के लिए बाहर जा सकते हैं। इसी तरह उनके पड़ोसी मंदा भगत को नीले रंग का पास मिला है और वो 2, 7, 12, 17, 22 और 27 तारीख को सामान खरीदने के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं।

इसी तरह, भारतीय रेलवे में कार्यरत उमाकांत दास को पीले रंग का पास जारी किया गया है। इस पास के तहत वो महीने की 1, 6, 11, 16, 21 और 26 तारीख को ही घर से बाहर निकलकर खरीदारी कर सकते हैं। गुलाबी पास वालों को 3, 8, 13, 18, 23 और 28 तारीख को सामान खरीदने की अनुमति दी गई है। जबकि, हरे पास वाले महीने की 4, 9 14, 19, 24 और 29 तारीख को घर से बाहर जाकर जरूरी सामान ले सकते हैं। चंद्रपुर शहर में करीब 85000 परिवार रहते हैं और यहां सभी को सफेद पास जारी किए गए हैं, लेकिन आइडिया एक ही है। पूरी आबादी को 6 समूहों में बांटा गया है और हर पास पर एक तारीख दर्ज है। इस पहल से इस जिले में कोरोना का अब तक एक भी मरीज नहीं मिला है और कोरोना के गढ़ में होते हुए भी यह जिला अब तक पूरी तरह सुरक्षित है।