19 मई से बारिश की संभावना जानकारी के मुताबिक, रविवार से ‘अम्फान’ बेहद खतरनाक हो गया है। अगामी 20 और 21 मई को ओडिशा में मौसम बेहद ही खतरनाक हो सकता है। बताया जा रहा है कि 20 मई दोपहर अम्फान सागर द्वीप से टकरा सकता है। लिहाजा, 19 मई से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, 20 मई को बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान की वजह से अगले चार दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने के लिए न जाने की हिदायत दी गई है। साथ ही तटीय इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
NDRF की टीम तैनात ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त का कहना है कि गजपति, गंजम, जगतसिंहपुर, पुरी, बालासोर, केंद्रपाड़ा, मयूरभंज, कटक, जाजपुर, खुर्दा और नयागढ़ के डीएम को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। इधर, समीक्षा करने के बाद निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा। अधिकारी का कहना है कि 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के प्रबंध किए गए हैं। इधर, तूफान की गंभीरता को देखते हुए NDRF टीम को तैानात कर दिया गया है। NDRF लगातार मौसम विभाग के संपर्क में है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
‘COVID-19 बाधक’ इधर, राज्य सरकार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को लेकर काफी चिंतित है। क्योंकि, बालासोर और भद्रक जिलों में चक्रवात को लेकर ज्यादा खतरा है। वहीं, ये इलाके
COVID-19 9 के रेड जोन में आते हैं। इन दोनों जिलों में क्रमश: 119 और 74 कोरोना संक्रमितों की संख्या हैं। लिहाजा, सरकार के सामने ये बड़ी चुनौती है कि इन लोगों को कैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाया सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि NDRF और ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स की तीन टीम पहले ही भद्रक जिले में पहुंच चुकी हैं। सरकार ने इन इलाकों में NDRF की दस टीम को तैनात करने का फैसला किया है, जबकि अन्य 10 टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है।