बजट को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बजट को उम्मीदों वाला बजट बताया। इसे शानदार बजट कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। इस बजट से हर सेक्टर को कुछ मिला है। खासकर किसानों के लिए ये बजट काफी अहम साबित हुआ है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बजट को लेकर वित्त मंत्री सीतारमण और पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से देश के इंफ्रास्टचर में इजाफा होगा। इसके साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव होगा। जल जीवन मिशन को शहरी क्षेत्र से जोड़ना बहुत बड़ा कदम है।
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि यह बजट बहुत बड़ा बदलाव लेकर आया है। खासकर हेल्थ सेक्टर को महत्व दिया गया है। इसका बजट बढ़ाकर देश में क्रांतिकारी कदम उठाया गया है। अगले छह सालों के लिए यह बजट देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
इस बजट को लेकर कांग्रेस ने बड़ा वार किया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “पूरी दुनिया के साथ-साथ हिंदुस्तान भी कोरोना महामारी की चपेट में आने की वजह से आर्थिक बदहाली में फंस चुका है। इसलिए जब बजट पेश होने की तारीख आई तो हमें भी उम्मीद थी कि असाधारण स्थिति में बजट में असाधारण दिशा सामने रखकर इससे निकलने की कोशिश होगी। मगर मुझे हताश होना पड़ा। स्थिति तो असाधारण है लेकिन बजट बेहद साधारण बनाया है। उन्होंने कहा कि सरकार आज जिस रास्ते पर चल रही है, वह सीधा निजीकरण की ओर ले जाने वाला रास्ता है।”
पेपरलेस बजट साथ में विजनलेस बजट भी
पेपरलेस बजट साथ में विजनलेस बजट भी
नीति आयोग के उप-चेयरमैन राजीव कुमार के अनुसार ‘वित्त मंत्री ने जो उम्मीदें जगाई थीं, उन्हें पूरा कर दिया है। बजट भारत की प्रगति पर केंद्रित है और ये विकास की दर को बढ़ाएगा।’ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि ‘देश का पहला पेपरलेस बजट साथ में विजनलेस बजट भी है।’
वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बजट पर तंज कसकर ट्वीट किया कि “बीजेपी सरकार मुझे उस गैराज मैकेनिक की याद दिलाती है जिसने अपने ग्राहक से कहा था,’मैं आपके ब्रेक्स ठीक नहीं कर सका इसलिए हॉर्न तेज कर दिया है।”
सभी वर्गों को न्याय देने की कोशिश: आठवले केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) के अध्यक्ष रामदास आठवले के अनुसार ये बजट आम आदमी, उद्योगपतियों, मजदूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों के लिए है। बजट के जरिए सभी वर्गों को न्याय देने की कोशिश है। बहुत लोगों को इससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।”
सेस के मामले पर आठवले ने कहा कि “टैक्स बढ़ाने की आवश्यकता थी क्योंकि पैसा आएगा कहां से लेकिन उसका फायदा आम आदमी को होगा।” पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के अनुसार ‘यह बजट आत्मनिर्भर भारत के सफल सफर का हमसफर साबित होगा।’
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा है, ‘आज का बजट। गांव की जमीन बेचकर शहर में मोटरसाइकिल खरीदी और कहा अच्छे दिन आ गए।’