ये निर्णय राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी हाल में जस्टिस पी इस्वराह की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। ये सकारात्मक कदम ऐसे बच्चों की मदद करने के लिए उठाया जा रहा है जिन्होंने 10 साल से पहले अपने मां-बाप को खो दिया। ऐसे बच्चों को सरकारी मदद से स्कूल और अनाथश्रम में दाखिला दिलाया जाएगा। एनसीबीसी के सदस्य अशोक सैनी कहते हैं कि अभी इस निर्णय को सामाजिक न्याय मंत्रालय के समक्ष रखा जाएगा। उसके बाद इस पर आखिरी निर्णय आखिरी मुहर लगाई जाएगी।