
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) को लेकर पूरे देश में हाहाकर मचा हुआ है। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा छह हजार के पार पहुंच चुका है। जबकि, 199 लोगों की अब तक मौत हो गई है। आलम ये है कि कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, तबलीगी जमात ( Tablighi Jamaat ) के कारण कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में मुश्किलें और बढ़ गई है। क्योंकि, काफी संख्या जमात के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में जमातियों को लेकर कई चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही है। जमात को लेकर देश में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) ने बड़ा बयान दिया है।
तबलीगी जमात को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जमात का कार्यक्रम पहले भी होता था, लेकिन आज उसे बदनाम किया जा रहा है। ओवैसी ने कहा कि सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो इस समय सत्ता में हैं, बल्कि जमात से नहीं, जिसमें अधिकांश भारतीय नागरिक हैं। लेकिन उनसे इस समय ऐसा व्यवहार नहीं हो रहा है। Aimim मुखिया ने कहा कि वैसे बड़ा कार्यक्रम देश में कई जगहों पर हुए, मगर बदनाम सिर्फ उनको किया जा रहा है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि देश में एयरपोर्ट में स्क्रीनिंग 3 मार्च से शुरू हो गई, फिर भी वे विदेशी कैसे कोरोना वायरस के साथ आकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हो गए, ये सोचने वाली बात है।
ओवैसी ने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि व्हॉट्सऐप मैसेज फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को ना ही रोका जा सकता है और ना ही हराया जा सकता है। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। ना ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। ओवैसी ने साफ कहा कि केवल झूठी खबरें फैला कर देश में मुसलमानों पर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि सरकार ने जो प्रयास किए है वो किसी तरह से हित में नहीं है। लॉकडाउन का फैसला भी सही नहीं था।
Updated on:
10 Apr 2020 05:43 pm
Published on:
10 Apr 2020 04:48 pm
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