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पाकिस्तान ने चीन से पहले कर्ज मांगा, किस्त नहीं चुका पा रहा तो अब राहत की भीख मांग रहा

Highlights.- करीब एक दर्जन पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए पाकिस्तान ने बीते 8 साल में चीन से भारी कर्ज लिया - प्रोजेक्ट से तय सीमा से अधिक उत्पादन होने लगा है, जिसे पाकिस्तान वहन नहीं कर पा रहा और स्थिति खराब हो रही - चीन के कर्ज जाल में पहले भी श्रीलंका से लेकर मलेशिया जैसे कई देश फंस चुके हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी  

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Ashutosh Pathak

Feb 10, 2021

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नई दिल्ली।
पाकिस्तान अपनी बुरे फैसलों की वजह से चीन के कर्ज जाल में काफी गहराई तक फंस चुका है। उसकी बदहाली बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर चीन के झांसे में आने के बाद ज्यादा बढ़ी है। अपने देश में पॉवर प्रोजेक्ट्स के लिए पाकिस्तान सरकार ने बीते 8 साल में चीन से कर्ज के नाम पर खूब धन लिया। मगर अब हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पाकिस्तान सरकार मूल तो दूर चीन को कर्ज की किस्त तक नहीं चुका पा रही है।

पाकिस्तान अब किस्त चुकाने में हो रही देरी को लेकर चीन से राहत की भीख मांग रहा है। पाकिस्तान के लिए यह नया नहीं है। वह हमेशा किसी न किसी देश के सामने हाथ फैलाए रहता है, लेकिन जब से उसने चीन का रुख किया है, उसकी हालत और ज्यादा खराब हो गई है। बता दें कि चीन के कर्ज जाल में पहले भी कई देश फंस कर अपना सब कुछ गवां चुके हैं। बहरहाल, पाकिस्तान की जनता इस बदहाली के मौजूदा इमरान सरकार को अधिक जिम्मेदार मान रही है।

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में करीब एक दर्जन पॉवर प्लांट के कर्ज की किस्त चुकाने में राहत के लिए पाकिस्तान और चीन के अधिकारियों के बीच हाल ही में बातचीत हुई। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने अभी तक इस संबंध में औपचारिक अपील नहीं की है। पाकिस्तान सरकार ने अपने देश में बिजली की कमी को दूर करने के लिए चीन से कर्ज लेकर करीब एक दर्जन पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित किए। इन प्रोजेक्ट से तय सीमा से अधिक उत्पादन होने लगा, जिसे पाकिस्तान वहन नहीं कर पा रहा।

बता दें कि श्रीलंका से लेकर मलेशिया तक कई ऐसे देश हैं, जिन्होंने चीन से पहले कर्ज लिया और बाद में उन्होंने इसकी भारी कीमत चुकाई। चीन के विदेश और वित्त मंत्रालय से लेकर पाकिस्तान के पॉवर डिविजन तक के अधिकारियों ने इस बारे में फिलहाल कुछ भी बोलने से मना कर दिया है।