
एक दिन पहले भारत ने जताया था सख्त ऐतराज।
नई दिल्ली। भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को दांव पर लगाते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर बयानबाजी की है। उन्होंने भारत के विरोध के बावजूद अपने रुख पर कयाम रहने की बात की है। इससे साफ है कि ट्रूडो के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों से ज्यादा खुद का बयान अहम है। बता दें कि किसान आंदोलन पर उनकी टिप्पणी को लेकर भारत सरकार ने सख्त ऐतराज जताते हुए कहा था कि आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कनाडा के पीएम का ताजा बयान
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर कहा है कि कनाडा दुनियाभर में कहीं भी होने वाले शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार के लिए हमेशा खड़ा रहेगा। इस हफ्ते की शुरुआत में भी ट्रूडो ने किसान आंदोलन पर चिंता जाहिर करते हुए बयान दिया था। उनके बयान के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया था। उच्चायुक्त को बताया गया था कि भारत किसानों से संबंधित मुद्दों पर कनाडाई प्रधानमंत्री और कुछ कैबिनेट मंत्रियों की टिप्पणी भारत के आंतरिक मामलों में अस्वीकार्य हस्तक्षेप के समान है।
Updated on:
05 Dec 2020 09:41 am
Published on:
05 Dec 2020 09:29 am
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