
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। अंडमान-निकोबार ( Andman Nicobar Island ) द्वीप समूह में आज से इंटरनेट ( Internet ) के नये युग का आरंभ हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( pm modi ) चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर ( Port Blair ) को जोड़ने वाली सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल ( Submarine Optical Fibre Cable )का उद्घाटन किया। दरअसल इस केबल की लंबाई 2,300 किलोमीटर है। आपको बात दें कि इस सबमरीन की नींव 2018 में ही रख दी गई थी। इस प्रोजेक्ट का मकसद भारतीय द्वीपों के बीच बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी ( Internet Connectivity )बढ़ाना है।
- पीएम ने कहा कि कोरोना संकट भी काम को पूरा होने से नहीं रोक पाया, देश के इतिहास के लिए अंडमान से जुड़ना और कनेक्टविटी देना देश का दायित्व था।
- आने वाले समय में अंडमान निकोबार को पोर्ट लैंड डवलपमेंट के रूप में विकसित किया जाएगा। पूरी दुनिया ये मान रही है जिस देश में इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहतर होगी वो ही 21वीं सदी में आगे रहेंगे।
- भारत आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में पोर्ट्स के नेटवर्क को सशक्त करना भी हमारी जरूरत है। इससे देश को नई ताकत मिल रही है।
- मुझे उम्मीद है, हमारे आज के प्रयास, इस दशक में अंडमान-निकोबार को, वहां के लोगों को, न सिर्फ नई सहूलियत देंगे बल्कि वर्ल्ड टूरिस्ट मैप में भी प्रमुख स्थान के तौर पर स्थापित करेंगे
- आज जितना भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर अंडमान निकोबार में तैयार हो रहा है, वो ब्लू इकॉनॉमी भी गति देगा।ब्लू इकॉनॉमी का एक अहम हिस्सा है Fisheries, Aquaculture और Sea Weed farming
- आज जितना भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर अंडमान निकोबार में तैयार हो रहा है, वो ब्लू इकॉनॉमी भी गति देगा। ब्लू इकॉनॉमी का एक अहम हिस्सा है Fisheries, Aquaculture और Sea Weed farming
- एक बार जब ये पोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा तो यहां बड़े-बड़े जहाज़ भी रुक पाएंगे। इससे समुद्री व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी, हमारे युवाओं को नए मौके मिलेंगे
- इसी तरह, East Coast में deep draft inner harbour के निर्माण का काम भी तेज़ी से चल रहा है।
अब ग्रेट निकोबार में करीब 10 हज़ार करोड़ रुपए की संभावित लागत से Trans Shipment Port के निर्माण का प्रस्ताव है
- पोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में आ रही कानूनी अड़चनों को भी दूर किया जा रहा है।
- मोदी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से अंडमान के लोगों को ईज़ ऑफ लिविंग की सुविधा मिलेगी, साथ ही डिजिटल इंडिया के सभी लाभ मिलेंगे।
- अब अंडमान निकोबार के लोगों को भी इंटरनेट की तेज और सस्ती सुविधाएं मिल पाएंगी। अंडमान निकोबार के लोगों, बहनों, बच्चों सभी को डिजिटिल इंडिया के सभी लाभ मिल पाएंगे जो बाकी देश के लोगों को मिलते आ रहे हैं।
- ऑनलाइन पढ़ाई से बैंकिंग, या मेडिसिन हों अब हजारों परिवारों को ऑनलाइन मिल जाएंगी।
- अंडमान को जो सुविधा मिली है उसका बहुत बड़ा लाभ वहां जाने वाले पर्यटकों को भी मिलेगा। बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी किसी भी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की पहली जरूरत होती है अब अंडमान के लिए ये जरूरत पूरी हुई।
यह केबल लिंक चेन्नई और अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के बीच 2x200 जीबी पर सेकंड ( GBPS ) की बैंडविड्थ देगा। पोर्ट ब्लेयर और बाकी आइलैंड्स के बीच बैंडविड्थ 2x100 GBPS रहेगी। दरअसल हाई स्पीड ब्रॉडबैंड की शुरुआत से एक दिन पहले पीएम मोदी ने अंडमान के बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने बताया कि सिर्फ डिजिटल इंडिया नहीं बल्कि सड़क-वायु मार्ग को भी मजबूत किया जा रहा है. अब बड़े जहाजों को रिपेयर करने की सुविधा भी अंडमान में की जाएगी।
जुड़ेंगे ये इलाके
अब अंडमान निकोबार में भी नए इंटरनेट युग की शुरुआत होगी। इस केबल से पोर्ट ब्लेयर को स्वराज द्वीप, लिटल अंडमान, कार निकोबार, कमोरटा, ग्रेट निकोबार, लॉन्ग आइलैंड और रंगत को भी जोड़ा जा सकेगा।
परियोजना से जुड़ी खास बातें
- 30 दिसंबर 2018 में पीएम मोदी ने इस परियोजना की आधारशिला पोर्ट ब्लेयर में रखी थी।
- 1224 करोड़ रुपये की लागत से तैयार
- 2300 किलोमीटर लंबी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है।
ये होंगे फायदे
इस परियोजना के शुरू होते ही भारत के दूसरे हिस्सों की तरह अंडमान-निकोबार को भी तेज और भरोसेमंद मोबाइल और लैंडलाइन टेलीकॉम सेवा मिल सकेगी। पीएम मोदी ने कहा कि- कोरोना के समय में मिल रही इस सुविधा से अंडमान-निकोबार द्वीप में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बैंकिंग और दूसरी सेवाओं में ऑनलाइन सुविधा का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ मिलना संभव हो पाएगा।
Updated on:
10 Aug 2020 11:13 am
Published on:
10 Aug 2020 10:53 am
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