इस दौरान प्रधानमंत्री यहां शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों से बात कर ये जानने में लगे हैं कि वैक्सीन निर्माण में हुई प्रगति कहां तक पहुंची है। दरअसल पीएम मोदी के वैक्सीन को लेकर एक्शन में आने के पीछे तीन अहम कारण है।
यही वजह है कि उनका ये दौरान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आईए जानते हैं वो क्या तीन कारण हैं जिसके चलते पीएम मोदी वैक्सीन को लेकर एक्सन मोड में हैं। मास्क ना पहनने वालों के खिलाफ सख्त हुई राज्य सरकारें, जानें गिरफ्तारी से लेकर किस राज्य में क्या है जुर्माना
कोरोना वायरस से जंग के बीच पीएम नरेंद्र मोदी एक ही दिन में ताबड़तोड़ कोरोना वैक्सीन के काम में हो रही प्रगित का जायजा लेने निकले हैं। दरअसल उनके इस मिशन वैक्सीन के पीछे तीन अहम कारण है जिन्होंने प्रधानमंत्री को करीब 9 महीने बाद कोरोना की दवा के प्रति एक्शन में ला दिया है।
1. 100 देशों के राजदूतों का दौरा
देश दुनिया में कोरोना महामारी का कहर जारी है। रोज लाखों लोग इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। वहीं वैक्सीन को लेकर दुनिया की नजर भारत की तरफ हैं। चार दिसंबर को 100 देशों के राजदूत भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा करेंगे।
देश दुनिया में कोरोना महामारी का कहर जारी है। रोज लाखों लोग इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। वहीं वैक्सीन को लेकर दुनिया की नजर भारत की तरफ हैं। चार दिसंबर को 100 देशों के राजदूत भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा करेंगे।
पुणे के डिविजनल कमिश्नर सौरभ राव के मुताबिक पहले इन राजदूतों को 27 नवंबर को पहुंचना था, लेकिन कुछ कारणों के चलते ये दौरा आगे बढ़ा दिया गया है। अब सभी राजदूत 4 दिसंबर को आएंगे। इस दौरान वे पुणे स्थित सीरम इंस्टीय्टू में कोविड 19 वैक्सीन की तैयारियों और उत्पादन का जायजा लेंगे।
ऐसे में पीएम मोदी चाहते थे कि 100 देशों के राजदूतों के आने से पहले वे देश में बन रही कोरोना वैक्सीन बनाने की तैयारियों का जायजा लें। 2. देशभर में बढ़ रहा कोरोना खतरा
कोरोना वायरस का खतरा लगातार देश में अपने पैर पसार रहा है। देशभर में कोरोना संक्रमित की संख्या 94 लाख के करीब पहुंच चुकी है और जल्द ही देश 1 करोड़ आंकड़ा भी छू लेगा। वहं सर्दियों के चलते देश में कोरोना के नए रोगियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
कोरोना वायरस का खतरा लगातार देश में अपने पैर पसार रहा है। देशभर में कोरोना संक्रमित की संख्या 94 लाख के करीब पहुंच चुकी है और जल्द ही देश 1 करोड़ आंकड़ा भी छू लेगा। वहं सर्दियों के चलते देश में कोरोना के नए रोगियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
यही वजह है की पीएम मोदी चाहते हैं जल्द से जल्द देसी कोरोना वैक्सीन तैयार होकर बाजार में उपलब्ध हो। दरअसल दुनिया की नजरें भी भारत में तैयार हो रही वैक्सीन पर टिकी हुई हैं। ऐसे में पीएम मोदी खुद निरीक्षण कर वैक्सीन की तैयारियों और उत्पादन पर नजर रखना चाहते हैं।
3. मुख्यमंत्रियों का बढ़ता दबाव
देशभर में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। इस चर्चा में कोविड महामारी को लेकर प्रदेशों के हालातों के साथ-साथ कोरोना को काबू करने पर अहम चर्चा हुई थी।
देशभर में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। इस चर्चा में कोविड महामारी को लेकर प्रदेशों के हालातों के साथ-साथ कोरोना को काबू करने पर अहम चर्चा हुई थी।
इस चर्चा में मुख्यमंत्रियों ने जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लाए जाने पर जोर दिया। ऐसे में केंद्र सरकार पर भी वैक्सीन की लॉन्चिंग को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकारें चाहती हैं कि केंद्र सरकार वैक्सीन को लेकर सटीक जानकारी दे और इसकी लॉन्चिंग का भी सही वक्त बताए। ऐसे में पीएम मोदी खुद वैक्सीन की स्थिति का जायजा लेना चाहते थे।
देशवासियों के बीच संदेश
कोरोना के बढ़ते खतरे के चलते पीएम मोदी खुद वैक्सीन सेंटरों का दौरा कर देशवासियों को ये संदेश देना चाहते हैं कि उनकी सरकार कोरोना महामारी को लेकर काफी गंभीर है। कोरोना वैक्सीन से जुड़ी हर तैयारी पर खुद पीएम मोदी नजर रखे हुए हैं।
कोरोना के बढ़ते खतरे के चलते पीएम मोदी खुद वैक्सीन सेंटरों का दौरा कर देशवासियों को ये संदेश देना चाहते हैं कि उनकी सरकार कोरोना महामारी को लेकर काफी गंभीर है। कोरोना वैक्सीन से जुड़ी हर तैयारी पर खुद पीएम मोदी नजर रखे हुए हैं।
मौसम को लेकर विभाग ने जारी किया सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों में कड़ाके की ठंड बढ़ा सकती है मुश्किल आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पहले ही कह चुके हैं कि वर्ष 2021 के शुरुआती तीन महीनों में कोरोना की देसी दवा बाजारों में आ सकती है। यानी कोरोना वैक्सीन इन दिनों अपने अंतिम चरण से गुजर रही है।