उनके आदर्शों पर अमल करने की जरूरत उनका एकात्म मानव दर्शन का चिंतन हमेशा प्रासंगिक रहेगा। हमें उनके आदर्शों पर आगे बढ़ना चाहिए। लोकतांत्रिक मूल्यों को कैसे जीना चाहिए, को लेकर उनके विचार काफी महत्वपूर्ण हैं। वे एक नए विचार को लेकर आगे बढ़े थे, लेकिन हर विचारधारा से जुड़े रहते थे। उन्होंने अपने पॉलिटिकल डायरी में नेहरू जी की नीतियों की कुई मुद्दों पर खुलकर आलोचना की। उन्होंने जिस अंत्योदय की विचार को प्रतिष्ठापित किया वो आज भी हमारे काम आ रहे हैं।
कुशल संगठनकर्ता और चिंतक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में दीनदयाल उपाध्याय जी को भारतीय राजनीति का शिखर पुरुष बताया। उन्होंने कहा कि बहुत कम अवधि में उन्होंने भारतीय जनसंघ की गतिविधि और संगठन विस्तार को देशभर में फैलाया। बीजेपी की विचारधारा के मूल में उनकी सोच समाहित है। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था। उनमें राजनेता, संगठनकर्ता और विचारक के गुण थे।
बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आरएसएस के चिंतक और कुशल संगठनकर्ता थे।