11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

PM Modi 11 बजे राष्ट्र को समर्पित करेंगे रीवा सोलर पावर प्लांट, यहां की सोलर एनर्जी से दौड़ेगी Delhi Metro

Rewa Solar Power Plant की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 750 मेगावाट है। यह Asia का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट है। सौर पावर संयंत्र रीवा जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गुढ़ में है।

3 min read
Google source verification
PM Modi

Rewa Solar Power Plant की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 750 मेगावाट है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) शुक्रवार को 11 बजे मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के रीवा ( Rewa ) में स्थापित 750 मेगावाट क्षमता वाली एशिया की सबसे बड़ी सोलर पावर परियोजना ( Solar Power Plant ) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस प्लांट से दिल्ली मेट्रो ( Delhi )को बिजली आपूर्ति होगी। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस परियोजना को राष्ट्र के नाम समर्पित करेंगे।

पीएमओ ( PMO ) के मुताबिक इस परियोजना में एक सौर पार्क के अंदर स्थित 500 हेक्टेयर भूमि पर 250-250 मेगावाट की तीन सोलर एनर्जी यूनिट्स शामिल हैं। कुल 750 मेगवाट सोलर एनर्जी का यहां से उत्पादन होगा।

15 लाख टन कम कार्बन का उत्सर्जन

रीवा सौर पावर प्लांट ( Rewa Solar Power Plant ) सालाना लगभग 15 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी। यह परियोजना राज्य के बाहर एक संस्थागत ग्राहक को आपूर्ति करने वाली पहली रिन्युएबल एनर्जी परियोजना ( Renewable energy project ) है।

Rahul Gandhi ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा - अर्थव्यवस्था के बारे में सच बताने पर BJP ने उड़ाया था मजाक

दिल्ली मेट्रो को मिलेगी 24 फीसदी बिजली

रीवा सोलर पावर प्लांट दिल्ली मेट्रो ( Delhi Metro ) को कुल उत्पादन का 24 प्रतिशत बिजली देगी। शेष 76 प्रतिशत बिजली मध्य प्रदेश के राज्य बिजली वितरण कंपनियों ( डिस्कॉम ) को आपूर्ति की जाएगी।

2022 तक 175 गीगा वाट का लक्ष्य

रीवा परियोजना 100 गीगा वाट ( GGW ) की सौर स्थापित क्षमता के साथ 2022 तक 175 गीगा वाट ( GGW ) की स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का उदाहरण भी है।

ग्रीड समता अवरोध को तोड़ने वाली देश की पहली परियोजना

यह परियोजना ग्रिड समता अवरोध को तोड़ने वाली देश की पहली सौर परियोजना है। साल 2017 की शुरुआत में उस समय की मौजूदा सौर परियोजना की लगभग 4.50 रुपये प्रति यूनिट की दर की तुलना में रीवा परियोजना ( Rewa Project ) ने 15 वर्षों तक 0.05 रुपए प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ पहले साल 2.97 रुपये प्रति यूनिट का लक्ष्य हासिल कर चुकी है। 25 साल की अवधि के लिए 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर का ऐतिहासिक लक्ष्य भी हासिल हो चुका है।

ICMR के दावे के बावजूद असमंजस बरकरार, आखिर बाजार में कब तक आएगी कोरोना वैक्सीन?

वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसिडेंट अवॉर्ड

इनोवेशन और उत्कृष्टता के लिए इसे वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसिडेंट अवॉर्ड भी मिला है। इसे प्रधानमंत्री की ‘अ बुक ऑफ इनोवेशन: न्यू बिगनिंग्स’ किताब में भी शामिल किया गया है।

रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड ने किया सौर पार्क का विकास

इस सौर पार्क ( Solar Park ) को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) ने विकसित किया है जो मध्य प्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड (एमपीयूवीएन) और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाई सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ( SECI ) की संयुक्त उद्यम कंपनी है। इस सौर पार्क के विकास के लिए आरयूएमएसएल को 138 करोड़ रुपये की केंद्रीय वित्तीय मदद प्रदान की गई है। पार्क के विकसित हो जाने के बाद आरयूएमएसएल ने पार्क के अंदर 250 मेगावाट की तीन यूनिट्स का निर्माण करने के लिए रिवर्स ऑक्शन के माध्यम से महिंद्रा रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड, एसीएमई जयपुर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड और आरिन्सन क्लीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को चुना था।

नवाचार के लिए दुनिया भर में चर्चित

रीवा परियोजना को भारत और विदेशों में इसकी ठोस परियोजना संरचना और नवाचारों के लिए जाना जाता है। नवाचार और उत्कृष्टता के लिए इसे वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसिडेंट अवॉर्ड ( World Bank Group President Award ) भी मिला है। इसे प्रधानमंत्री की 'अ बुक ऑफ इनोवेशन : न्यू बिगनिंग्स' पुस्तक में भी शामिल किया गया है।


बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग