COVID-19 Vaccination Update : कोरोना वायरस वैक्सीन कोविशील्ड की दूसरी डोज का अपॉइंटमेंट नहीं होगा कैंसिल
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) ने जानकारी देते हुए बताया है कि पीएम मोदी इस कॉन्क्लेव में कोविन प्लेटफॉर्म को लेकर अपने विचार रखेंगे और कोरोना से निपटने के लिए कोविन (CoWIN) को वैश्विक स्तर एक डिजिटल पब्लिक गुड के रूप में पेश करेंगे।
कॉन्क्लेव में 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
जानकारी के मुताबिक, यह कार्यक्रम वर्चुअली आयोजित की जाएगी, जिसमें 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पीएम मोदी इस कॉन्क्लेव में अपने विचार रखते हुए कोविन के निर्माण और विकास की कहानी सभी देशों के साथ साझा करेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कहा कि इस कॉन्क्लेव में वियतनाम, पेरू, मैक्सिको, इराक, डोमिनिकन गणराज्य, पनामा, यूक्रेन, नाइजीरिया, संयुक्त अरब अमीरात और युगांडा जैसे कई देशों ने अपने स्वयं के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम चलाने के लिए कोविन तकनीक के बारे में सीखने में रुचि व्यक्त की है।
बता दें कि भारत में इस साल 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी। कोरोना टीका लगवाने के लिए पहले कोविन पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। कोविन का तीसरा संस्करण लॉंच होने के बाद मई की शुरुआत तक इस प्लेटफॉर्म पर 20 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन किए गए हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्लेटफॉर्म है Co-WIN
बता दें कि Co-WIN दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्लेटफॉर्म है। वैक्सीनेशन को आसान बनाने में भारत को Co-WIN प्लेटफार्म से बड़ी सफलता मिली है। अब इस प्लेटफॉर्म को दूसरे देशों में भी उपलब्ध कराए जाने को लेकर चर्चाएं की जा रही हैं। दुनियाभर में कोविन प्लेटफॉर्म की सराहना की जा रही है। यही कारण है कि अब इसे दुनिया के अन्य देशों के साथ मुफ्त में साझा किया जाएगा।
इस ग्लोबल कॉन्क्लेव में दुनिया को बताया जाएगा कि यह सिस्टम कैसे काम करता है, इसे कैसे विकसित किया गया है। कोविन प्लेटफॉर्म को कनाडा, मेक्सिको व अन्य देशों में कोविन के तकनीक की काफी मांग की जा रही है।