1. पीएम मोदी ने एक बार देशवासियों से कुछ मांगा है। उन्होंने कहा कि रविवार 5 अप्रैल को कोरोना को चुनौती देनी है। 130 करोड़ देशवासियों के महासंकल्प को दिखाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रात 9 बजे सभी लोग 9 मिनट के लिए सभी लाइट बंद कर दरवाजे बालकनी पर मोमबत्ती, दिया, टॉर्च या मोबाइल फ्लैश जलाएं।
2. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने मन में ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं। कोई भी अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासी एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प करें। पीएम ने लोगों से प्रर्थान करते हुए कहा कि इस आयोजन के समय किसी को भी कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है।
3. 5 अप्रैल को रात में अकेले बैठकर मां भारती को याद कीजिए। ये हमें संकट की इस घड़ी से लड़ने की ताकत दे और जीतने का आत्मविश्वास भी। 4. पीएम ने कहा कि किसी भी हालत में सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ना नहीं है। लक्ष्मण रेखा को भी लांघना नहीं है। कोरोना की चेन को तोड़ने का यही रामबाण इलाज है।
5. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश जब इतनी बड़ी लड़ाई से लड़ रहा है तो बार-बार जनता रूपी विराट शक्ति को साक्षात्कार करते रहना चाहिए। यह हमें मनोबल देता है। साथ ही लक्ष्य देता और उसकी प्राप्ति के लिए ऊर्जा भी देता है।
6. नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी से फैले अंधकार के बीच हमें निरंतर प्रकाश के बीच जाना है। जो गरीब इस कोरोना संकट से सबसे ज्याद प्रभावित है, उन्हें निराशा से आशा की ओर ले जाना है।
7. पीएम ने कहा कि जनता कर्फ्यू और थाली बजाना लोगों के लिए आज मिसाल बन गया है। उन्होंने 22 मार्च रविवार के दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले हर किसी का धन्यवाद दिया।
8. प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में जनता की सामूहिकता नजर आई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय देश की और आप सभी की ये सामहूकिता नजर आ रही है। 9. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है कि हमारे उत्साह, हमारी स्पिरिटी से बढ़कर दुनिया में कोई फोर्स नहीं होता है। दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है तो हम इस ताकत से हासिल न कर पाएं
10. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस रविवार 5 अप्रैल को, हम सबको मिलकर, कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है।