
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चल रहा शिवसेना और बीजेपी के बीच का टकराव अब चरम पर पहुंच गया है। खास बात यह है कि दिल्ली पहुंचने के बाद भी यह मामला अब तक सुलझा नहीं है। ऐसे में सबसे बड़ी खबर जो सामने आ रही है कि खुद पीएम मोदी ने इस मामले को खत्म करने का मन बना लिया है।
यही वजह है कि पीएम मोदी सामूहिक मुद्दों के साथ एक आपात बैठक बुलाई है। इन मुद्दों में महाराष्ट्र का सियासी संकट तो शामिल है ही साथ ही दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण और गुजरात समेत देश के तीन राज्यों में आ रहे चक्रवाती तूफान 'महा' को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई है।
दिल्ली समेत उत्तर भारत के प्रदूषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बैठक की। इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने प्रदूषण रोकने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की।
इसके साथ ही पीएम मोदी गुजरात में आने वाले साइक्लोन 'महा' की तैयारियों की भी समीक्षा की।
खास बात यह है कि इन बैठकों के बीच महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट को लेकर भी काफी चर्चा हुई।
दरअसल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए 12 दिन हो चुके हैं। लेकिन अब तक प्रदेश में सरकार नहीं बन पाई है।
ऐसे में लगातार राजनीतिक दलों की कोशिश है कि किसी भी तरह प्रदेश में 9 नवंबर से पहले सरकार का गठन कर लिया जाए।
खास बात यह है कि 8 नवंबर तक प्रदेश में सरकार का गठन नहीं होता है तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा, क्योंकि 9 नवंबर को मौजूद सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
इस बीच लगातार शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग फॉर्मूलों के जरिये सरकार बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। यही नहीं कांग्रेस और एनसीपी इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठी है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना के बीच खिंचड़ी पकना शुरू हो गई है।
ये खिंचड़ी पक जाती है तो प्रदेश में शिवसेना सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत कर देगी और हो सकता है इसके लिए बरसों पुराना बीजेपी से गठबंधन तोड़ना पड़े।
Updated on:
05 Nov 2019 05:08 pm
Published on:
05 Nov 2019 03:45 pm
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