
Narendra Modi
नई दिल्ली। कई विदेशी में दौरे करके दूसरे देशों के साथ संबंध मजबूत करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कभी इंटरनेशनल रिलेशन्स के विषय में केवल 48 नंबर ही मिले थे। मोदी को एमए के बाकी पेपरों में जहां 60 से ज्यादा अंक मिले थे वहीं इस विषय में केवल 48 अंक ही मिले थे।
जब प्रधानमंत्री की बीए और एमए की डिग्रियां सार्वजनिक की गईं, तब एमए पार्ट 1 और एमए पार्ट 2, दोनों में अलग-अलग पेपरों के नंबर देखने पर यह बात सामने आई। उनकी मार्कशीट बताती है कि पीएम मोदी अपने पढ़ाई के दिनों किन विषयों में अच्छे थे और किनमें कमजोर।
हालांकि, यह बात हजम करना बहुत मुश्किल हो सकता है कि इंटरनेशनल रिलेशन्स के पेपर में पीएम मोदी को सबसे कम माक्र्स(48/100) मिले और पॉलिटिकिल ऐनालिसिस में सबसे ज्यादा(68/100)। शायद इसलिए अब पीएम विदेशी दौरे कर दूसरे देशों के साथ संबंध सुधारने और विकसित करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।
अकेले 2015 में ही पीएम मोदी ने 26 देशों का दौरा किया और 2016 में अब तक बेल्जियम, सउदी अरब और अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। इतना ही नहीं, 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में पीएम ने साकज़् देशों को भी आमंत्रित किया था। पीएम का यह कदम वैश्विक राजनीति में एक सकारात्मक कूटनीतिक संकेत में रूप में देखा गया।
1 मई को हमारे सहयोगी अखबार अहमदाबाद मिरर ने रिपोर्ट छापी थी कि पॉलिटिकल साइंस में एमए में पीएम मोदी फस्र्ट क्लास में पास हुए थे। अब गुजरात यूनिवसिज़्टी के ऑफिशल रिकॉर्ड के मुताबिक, पीएम मोदी(सीट नंबर 4250) को 400 में से 237 अंक प्राप्त हुए हैं। एमए-1 में पेपर (इंडियन पॉलिटिक्स), (इंटरनैशनल रिलेशन्स),(रीसेंट पॉलिटिकल थॉट्स) और (कंपैरिटिव पॉलिटिक्स) में क्रमश: 61, 48, 60 और 68 अंक मिले थे।
हालांकि, एमए-2 में मोदी का स्कोर एमए-1 के मुकाबले अच्छा रहा। इन चार पेपरों में उनका स्कोर क्रमश: 64, 62, 69 और 67 रहा। दोनों सालों का स्कोर मिलाकर 800 में से 499 अंकों का हुआ, जो फस्र्ट क्लास है।
Published on:
10 May 2016 04:57 pm
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