
नई दिल्ली. इन दिनों भारत दौरे पर आए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो खालिस्तान समर्थक नीतियों के कारण देश और दुनिया में चर्चा में हैं। मुंबई डीनर में उनकी पत्नी सोफी ट्रूडो की एक तस्वीर इंटरनेशनल सिक्ख यूथ फेडरेशन से जुड़े खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल के साथ आने के बाद से पीएम ट्रूडो का दौरा और ज्यादा हास्यास्पद हो गया है। ताज्जुब की बात यह है कि अटवाल को दिल्ली डिनर के लिए भी आमंत्रित किया गया था।
दिल्ली डिनर का न्यौता रद्द
पीएमओ ने जानकारी दी है कि जसपाल अटवाल को औपचारिक दिल्ली डिनर के लिए न्यौता दिया गया था, जिसे रद्द कर दिया गया है। अटवाल को भारत में कनाडा के हाई कमिश्नर की तरफ से इनवाइट किया गया था। पीएमओ प्रवक्ता ने कहा कि मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हाई कमीशन अटवाल के इनविटेशन को रद्द करने की प्रक्रिया में है। इससे पहले मंगलवार को मुंबई में आयोजित हुए एक इवेंट में ट्रूडो परिवार और बॉलीविड हस्तियों समेत कनाडा में कैबिनेट मंत्री अमरजीत सोही ने भी शिरकत की थी। अटवाल और पीएम ट्रूडो की पत्नी सोफी का एक साथ फोटो मुंबई इवेंट की है। इस फोटो में अमरजीत सोही भी जसपाल अटवाल के साथ तस्वीरों में दिख रहे हैं। इन तस्वीरों के सार्वजनिक होने के बाद एक बार फिर ट्रूडो की मुसीबत बढ़ गई है।
खालिस्तान समर्थक हैं ट्रूडो
आपको बता दें कि कनाडा के पीएम ट्रूडो खालिस्तान समर्थक माने जाते हैं। हालांकि उन्होंने हाल ही में बयान दिया था कि हम एक भारत व संयुक्त भारत का समर्थन करते हैं और इस मामले में कनाडा का रुख नहीं बदला है। हमने यह स्वीकार किया है कि विविधता हमारी ताकत है। अलग-अलग मत वाले विचार कनाडा की सफलता का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हम हर तरह की हिंसा को नकारते हैं।
अटवाल को किसने किया इनवाइट
पीएम की पत्नी सोफी का अटवाल के साथ वाला फोटो सामने आने के बाद से अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अटवाल का नाम मुंबई और दिल्ली के डिनर पार्टी गेस्ट लिस्ट में कैसे आया। कनाडा उच्चायुक्त के अधिकारी इस बारे में गोलमोल जवाब दे रहे हैं। लेकिन इतना साफ हो गया है कि भारत में कनाडा उच्चायुक्त की तरफ से अटवाल को इनवाइट किया गया था। ताज्जुब की बात यह है कि इंटरनेशनल सिक्ख यूथ फेडरेशन को कनाडा सरकार ने 1980 में एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था। इसके अलावा अटवाल उन चार लोगों में से एक थे जिन्होंने 1986 में वैंकूवर में सिंधू की कार पर गोलियां चलाईं थीं। अटवाल ने सिंधू पर हुए हमले में अपनी भूमिका होने की बात स्वीकर की थी। इसके बावजूद उन्हें आमंत्रित किया था।
कौन है जसपाल अटवाल
जसपाल अटवाल पर 1986 में वैंकूवर आइलैंड पर भारतीय कैबिनेट मंत्री मलकीयत सिंह सिंधू की हत्या का आरोप हैं। उस समय अटवाल कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में एक आतंकवादी समूह के तौर पर प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिक्ख यूथ फेडरेशन के सदस्य थे। इसके अलावा अटवाल को 1985 में एक ऑटोमोबाइल फ्रॉड केस में भी दोषी पाया गया था।
Updated on:
22 Feb 2018 10:45 am
Published on:
22 Feb 2018 10:27 am
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