
नई दिल्ली। न्यायपालिका की अवमानना मामले में दोषी करार दिए जाने के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के एक बयान से देश की सियासत गरमा गई है। प्रशांत भूषण ने कहा है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का समर्थन प्राप्त था। आपको बता दें कि देश में 2011 और 2012 में काफी चर्चित रहे इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन को ही 2014 में कांग्रेस को सत्ता से बदखल करने का असल जिम्मेदार माना जाता है। यह आंदोलन अन्ना हजारे के नेतृत्व में शुरू हुआ था, जिसमें अरविंद केजरीवाल, योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण जैसे शामिल थे।
वहीं, कांग्रेस की ओर से कई बार आरोप लगाया जा चुका है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन
के पीछे भारतीय जनता पार्टी का समर्थन था। अब इसके कई साल बाद वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने एक इंटरव्यू में दावा किया है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन को भाजपा और आरएसएस का समर्थन मिला हुआ था। आपको बता दें कि यह देश का वही चर्चित आंदोलन है, जिसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) का जन्म हुआ था। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण खुद AAP और IAC के कोर सदस्य रह चुके हैं। हालांकि, इसके बाद प्रशांत को 2015 में आम आदमी पार्टी से निकाल दिया गया था।
एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू दे रहे प्रशांत ने कहा कि उनको दो बातों पर पछतावा है। प्रशांत भूषण ने यह भी कहा कि उनको भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की भूमिका पर कोई संदेह नहीं है। प्रशांत भूषण का तो यहां तक कहना है कि खुद अन्ना हजारे को भी शायद इस बात की जानकारी नहीं थी। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रशांत भूषण के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि हमें पता था, उसकी पुष्टि AAP के फाउंडिंग मेंबर ने की है.
Updated on:
15 Sept 2020 09:06 pm
Published on:
15 Sept 2020 08:29 pm
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