पीएम ने कहा- -लोकतंत्र में सचेत रहने के लिए आज के दिन को याद किया जाता है। -कांग्रेस की आलोचना के लिए आज का दिन याद नहीं करते। -सत्ता सुख के मोह में इमरजेंसी के दौरान देश को जेलखाना बनाया गया था।
-आपातकाल के दौरान न्यायपालिका को भी भयभीत किया
-परिवार के लिए समर्पित लोगों की पांचों उंगलियां घी में थीं। -पीएम मोदी ने कहा, पंचायत से संसद तक एक ही परिवार का राज था। -इमरजेंसी के दौरान कानून को कुचला गया।
-जिस पार्टी में लोकतंत्र नहीं उससे लोकतंत्र की क्या उम्मीद करें। -हमारा हमेशा से ही संकल्प रहा है कि पिछले वर्ग के लोगों को आगे लाएं। -मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि लोकतंत्र के प्रति अपने लगाव को बढ़ते रहें
बता दें कि मुंबई में आपातकाल की 43वीं बरसी पर यह समारोह भाजपा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मुंबई पहुंचते ही राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की आगवानी करने पहुंचे। मुंबई में सभा मरीन लाइंस के बिरला मातोश्री सभागृह में आयोजित किया जा रहा है।
आपातकाल के 43 साल: उस दौर को पीएम मोदी ने बताया ‘डार्क पीरियड’, कहा- आजादी हुई थी बंधक कई नेता शामिल भाजपा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को ‘1975 आपातकाल: लोकतंत्र की अनिवार्यता- विकास मंत्र- लोकतंत्र’ नाम दिया गया है। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार शामिल हैं।
मुंबई रवाना होने से पहले पीएम ने किए ट्वीट मुंबई रवाना होने से पहले मंगलवार को पीएम ने इस बारे में लगातार तीन ट्वीट भी किए। जिनमें उन्होंने आपात काल से लड़ने वालों को सलाम किया और मुश्किल समय में हिम्मत दिखाने की तारीफ भी की।
आपातकाल को बताया देश का ‘काला समय’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में कहा कि आपातकाल देश का ‘काला समय’ था। पीएम ने आगे कहा, आपातकाल में सिर्फ लोगों को ही नहीं बल्कि उनके विचारों को भी बंधक बनाया गया था। मैं उन सभी लोगों, पुरुषों और महिलाओं को सलाम करता हूं जिन्होंने उस काले समय का विरोध किया।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 43 साल पहले देश में आपातकाल लगाया था। उन्होंने सुबह 8 बजे देशवासियों को रेडियो के जरिए इसकी सूचना दी थी।