
नई दिल्ली। बिहार के संसदीय इतिहास में मंगलवार का दिन बड़ा अमंगलकारी बनकर सामने आया। एक बिल पर बहस के दौरान पुलिस के साथ धक्का मुक्की में कई विधायकों, पुलिकर्मियों और पत्रकारों को चोटें आई हैं। इस दौरान राजद विधायक सतीश दास को गंभीर चोटें लगी हैं। इन्हें इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राजद विधायक सतीस दास का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें बुरी तरह से पीटा है। घायल विधायक के लिए एंबुलेंस बुलाया गया और स्ट्रेचर पर रखकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुबह से शाम तक पुलिस बिल के खिलाफ सड़क से सदन तक हंगामा देखने को मिला। विपक्ष बिल को सदन में पेश होने से रोकने पर अड़े रहे। उनका तर्क था कि इससे आम आदमी का अधिकार छिन जाएगा। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना था कि यह विशेष पुलिस बिल है। इसका सामान्य पुलिस से कोई लेनादेना नहीं है।
यह बिल मंगलवार को पेश होना था। इसके विरोध में सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन में न सिर्फ बिल की प्रति फाड़ी गई, बल्कि उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद से इसे छीनने की कोशिश की गई। वहीं, शाम को जब बिल पेश किया गया तो सदन के अंदर और विस अध्यक्ष के कार्यालय के बाहर धरना शुरू हो गया। सभाध्यक्ष सदन में न जा सकें, इसलिए विपक्षी सदस्य उनके कार्यालय कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए।
वहीं उनके कक्ष के मुख्य द्वार को रस्सी बांधकर बंद कर दिया गया। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पुलिस को बुलाया गया। पटना डीएम और एसएसपी सहित भारी पुलिस बल सदन के अंदर पहुंचा। इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की हुई। विपक्ष के कई विधायकों ने डीएम और एसएसपी के साथ बदसलूकी कर डाली। इस बीच सदन में मंत्री अशोक चौधरी और राजद विधायक चंद्रशेखर के बीच हाथापाई भी देखने को मिली।
Published on:
23 Mar 2021 09:39 pm
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