
नई दिल्ली। कोरोना काल के दौरान रेलवे ने अपनी सर्विसेज में कई तरह के बदलाव किए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे अभी सिर्फ आरक्षित श्रेणी के टिकट (Reserved Tickets) ही जारी कर रही है। मगर पिछले दिनों अनारक्षित टिकट को दोबारा जारी किए जाने की खबर आ रही थी। ऐसे में रेल मंत्रालय ने साफ किया कि महज चुनिंदा ट्रेनों पर ये सुविधा मुहैया कराई जाएगी। जबकि बाकी सभी ट्रेनें पूरी तरह आरक्षित ट्रेनों (Fully Reserved Trains) की तरह ही चलेंगी।
रेल मंत्रालय के अनुसार महज कुछ जोन में चलाई जा रही सब-अर्बन ट्रेनों (Sub-Urban Trains) और लोकल पैसेंजर ट्रेनों (Local Passenger Trains) के यात्रियों के लिए अनारक्षित टिकट (Unreserved Tickets) जारी किए जा रहे हैं। जबकि एक्सप्रेस, क्लोन और फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों के परिचालन की नीति में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इनमें पूरी तरह से रिजर्वेशन टिकट वाले यात्रियों को ही सफर की अनुमति होगी। रेलवे का उद्देश्य कोरोना काल में पैसेंजर्स की सुरक्षा का ध्यान रखना है।
मालूम हो कि इस समय रेलवे करीब 736 स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इसके अलावा कोलकाता मेट्रो (Kolkata Metro) की 200, मुंबई (Mumbai) सब-अर्बन 2000 से ज्यादा सर्विसेस और 20 क्लोन स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इससे पहले लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेलवे ने करीब डेढ़ महीने ट्रेनों का परिचालन बंद रखा था। बाद में स्पेशल ट्रेनों के जरिए रेलवे ने दोबारा गति पकड़ी।
खत्म होगी 107 साल पुरानी छोटी लाइन ट्रेन सेवा
दक्षिण गुजरात में 107 साल से चल रही छोटी लाइन ट्रेन सेवा बंद होने जा रही है। कोरोना के चलते यहां आवागमन काफी प्रभावित हुआ है। बताया जाता है कि बिलीमोरा-वाघई का हेरिटेज रेलवे रूट वेस्टर्न रेलवे जोन की उन 11 ब्रांच रेल लाइनों में एक है, जिन्हें रेल मंत्रालय बिना लाभ वाली लाइन मानता है। इस ट्रेन सेवा को अंग्रेजों ने 1913 में शुरू किया था। इसका ज्यादातर इस्तेमाल आदिवासी करते थे। मगर पैसेंजर्स की लगातार घटती संख्या को देख रेल मंत्रालय ने इस सर्विस को बंद करने का फैसला लिया है।
Published on:
13 Dec 2020 08:57 pm
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