होटल भेजे गए विधायक रात 10 बजे के आसपास सीएम गहलोत के साथ विधायक दल की बैठक खत्म हुई। इसके बाद विधायकों को होटल भेजा गया। संभव है कि आज सचिन पायलट मीडिया के सामने आएं और अपनी मंशा जाहिर करेंगे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे धौलपुर से जयपुर पहुंच रही हैं। भाजपा इस समय फ्रंटफुट पर खेल रही है। वह किसी भी मौके को गंवाना नहीं चाहती है।
‘पाकिस्तान में भी ऐसा नहीं होता’ विधायक दल की बैठक के बाद सीएम गहलोत ने पायलट पर तंज कसते कहा कि देश अब संकट में आ चुका है। धन की ताकत से सरकारें बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत से बेहतर पाकिस्तान है, जहां इस तरह का काम कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का हाथ मध्य प्रदेश में सरकार गिराने के लिए रहा है, वही राजस्थान में भी ऐक्टिव हैं।
दिनभर चला सियासी ड्रामा मंगलवार को दिनभर राजस्थान में सियासी ड्रामा चलता रहा। विधायक दल की बैठक में न पहुंचने की वजह से बैठक एक घंटा देर से शुरू हुई। गहलोत पायलट और उनके साथी विधायकों का इंतजार कर रहे थे, मगर उनकी कोई भी सूचना नहीं थी। उनको कई बार फोन किया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद पायलट को पार्टी से निकाल दिया गया और उपमुख्यमंत्री के पद से भी हटा दिया गया।
कई प्रयास पर नहीं गली दाल पायलट को मनाने के लिए राहुल और प्रियंका गांधी ने भी कोशिशें की हैं। मगर बात नहीं बनी। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी ने पायलट के पास चार बार फोन किया। इस पायलट ने ट्वीट कर कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं किया जा सकता। उन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल पर इन्फॉर्मेशन बदल ली। अब सभी को इंतजार है कि किया सचिन पायलट मीडिया में आकर कोई बयान देंगे और आगे वे क्या करने वाले हैं।
ये हैं समीकरण? राजस्थान में पार्टी के अधार पर सीटों का समीकरण इस प्रकार है। राजस्थान विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। इनमें से कांग्रेस के पास 107, बीजेपी के पास 72, निर्दलीय के पास 13 सीटें हैं। इसके अलावा सीटें आरएलपी, बीटीपी, लेफ्ट और आरएलडी के पास हैं। अभी तक सरकार को 13 निर्दलीय में से 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। मंगलवार की बैठक में कांग्रेस और निर्दलीय मिलाकर 22 विधायक नदारद थे। दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट के पास अब तक 30 विधायकों का समर्थन है। बीजेपी को सरकार बनाने 29 विधायकों की जरूरत है।