Rajiv Gandhi Birth Anniversary: जानिए मोदी सरकार के आने से पहले तक कौन सी योजनाएं राजीव गांधी के नाम पर थी और अब कितनी बचीं
राजीव गांधी जब ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ रहे थे तब उनकी मुलाकात एक इटेलियन छात्रा एडविग एंटोनियो अल्बिना माइनो से हुई। एंटोनियो उस समय बेल एजुकेशनल ट्रस्ट में अंग्रेजी की पढ़ाई कर रही थी। दोनों के बीच मुलाकातें बढ़ने लगी और वर्ष 1968 में उन दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह कर लिया तथा उनकी पत्नी का नया नाम सोनिया गांधी रखा गया। वर्तमान में सोनिया गांधी कांग्रेस की बागडोर संभाल रही है।
उनकी पत्नी सोनिया गांधी को इंदिरा गांधी ने अपने पुत्रवधू स्वीकार करते हुए मान दिया। वर्ष 1970 में उनकी पहली संतान राहुल गांधी तथा वर्ष 1972 में दूसरी संतान प्रियंका गांधी का जन्म हुआ।
जब राजीव गांधी के हाथ में महमूद ने रखे थे 5000 रुपये और कहा था, “तू एक दिन स्टार बनेगा”
23 जून 1980 को उनके छोटे भाई संजय गांधी की मृत्यु की बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी से आग्रह किया कि वे राजीव गांधी को राजनीति में आने के लिए प्रेरित करें। 16 फरवरी 1981 को राजीव गांधी विधिवत रूप से राजनीति में आए, उन्होंने चुनाव लड़ा और शरद यादव को दो लाख सैतीस हजार से भी अधिक वोटों से हराया।राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में देश ने कई बोल्ड फैसले लिए, जैसे मालदीव और श्रीलंका सरकार की सहायता करने के लिए सैन्य मदद भेजना, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को आंतकियों से मुक्त कराना। उन्हें भारत में कम्प्यूटर लाने का भी श्रेय दिया जाता है। वह अक्सर आम जनता की भलाई के लिए प्रयास करते थे। उन्होंने देश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए कई कड़े फैसले भी लिए, जिनके कारण जनता में उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी।