
राजनाथ का बड़ा फैसला, अगस्त तक रक्षा सचिव बने रहेंगे संजय मित्रा
नई दिल्ली। भाजपा केे वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्री का पदभार संभालते ही बड़ा निर्णय लिया। इस निर्णय के तहत उन्होंने रक्षा मंत्रालय में सबसे वरिष्ठ नौकरशाह और रक्षा सचिव संजय मित्रा का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है। अब संजय मित्रा अगस्त तक इस पद पर बने रहेंगे। जानकारी के मुताबिक तब तक रक्षा मंत्री नए रक्षा सचिव का चयन कर लेंगे। उनका कार्यकाल अगले रक्षा सचिव के चयन होने तक के लिए बढ़ाया गया है। फिलहाल इतना तय हो गया है कि नए रक्षा सचिव का कार्यकाल दो साल का होगा।
प्रभावी टीम तैयार करना बड़ी चुनौती
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय के उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। रक्षा मंत्री के सामने सबसे पहले नागरिक और सैन्य अधिकारियों की मजबूत टीम तैयार करने की चुनौती है, जिससे रक्षा मंत्रालय के कामकाज को स्थायित्व मिल सके। बता दें कि पिछले पांच साल में लगातार रक्षा मंत्री बदले जाने से मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों के बीच तनाव का माहौल रहा है।
सेना को करना होगा सभी क्षमताओं से लैस
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार ने अपना कामकाज शुरू कर दिया है। इस बार भाजपा के वरिष्ठ नेता को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राजनाथ सिंह ने शनिवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया। अब उनके सामने भारतीय सेना को सभी क्षमताओं से लैस करने की चुनौती है, ताकि भारतीय सेना किसी भी संभावित चुनौतियों का सामना कर सके।
बिपिन रावत और बीएस धनोआ होने वाले हैं रिटायर
इसके अलावा आर्मी चीफ बिपिन रावत और वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ भी इस साल के अंत तक सेवानिवृत्त हो जाएंगे। बिपिन रावत इस साल के अंत में तो बीएस धनोआ सितंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इनके स्थान पर नए सेनाध्यक्ष और वायु सेनाध्यक्ष का चयन इतना आसान नहीं माना जा रहा है। ऐसा इसलिए कि अभी तक वरिष्ठता के आधार पर सेनाध्यक्षों का चयन होता आया है। लेकिन इस बार वरिष्ठ अधिकारियों के चयन में नई नीतियों पर अमल होगा या पुरानी परिपाटी पर अमल किया जाएगा ये बात अभी स्पष्ट नहीं है।
कौन हैं रक्षा सचिव संजय मित्रा
संजय मित्रा पश्चिम बंगाल कैडर के 1982 बैच के IAS अधिकारी हैं। वह मई 2017 से रक्षा सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मित्रा ने मोहन कुमार के कार्यकाल पूरा करने के बाद रक्षा सचिव का पद संभाला था। इसके पहले 2015 में सड़क परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय में सचिव के पद पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी थीं। मित्रा पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। मनमोहन सिंह के कार्यकाल में पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर मित्रा काम कर चुके हैं।
Updated on:
02 Jun 2019 11:47 am
Published on:
02 Jun 2019 08:45 am
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