
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल किया जाएगा
नई दिल्ली। कैलाश मानसरोवर यात्रा ( Kailash Mansarovar Yatra ) के लिए बनाए गए नए रास्ते को खोल दिया गया है। शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Defence Minister Rajnath Singh ) ने लिंक रोड का उद्घाटन किया। दरअसल, उत्तराखंड ( Uttarakhand ) के धारचुला से लिपुलेख तक के लिए बनाए गए लिंक रोड का अनावरण कर दिया गया है। इसका सीधा फायदा कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वालों को मिलेगा। राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैलाश मानसरोवर के लिंक रोड का उद्घाटन किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही रक्षा मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
शुक्रवार सुबह 11.30 बजे हुए इस उद्घाटन के समय चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ( CDS ) जनरल बिपिन रावत ( Bipin Rawat ) और आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवाने भी उपस्थित रहे। इस बारे में सीमा सड़क संगठन (BRO) के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने धारचुला से लिपुलेख के बीच लिंक रोड का अनावरण किया। यह मानसरोवर यात्रा रोड है। अब से तवाघाट से लिपुलेख के बीच पड़ने वाली 90 किमी की चढ़ाई इसी सड़क से होगी।' बता दें कि रक्षा मंत्री ने पिथौरागढ़ से गुंजी तक आने-जाने वाले वाहनों को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया।
लिंक रोड से बढ़ेगी सीमावर्ती गांवों की कनेक्टिविटी
मानसरोवर रोड के उद्घाटन के बाद खुद रक्षा मंत्री ने भी इस बारे में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'मानसरोवर यात्रा के लिए लिंक रोड का उद्घाटन करते हुए बेहद खुशी हो रही है। BRO में धारचुला से लिपुलेख (चीन बॉर्डर) रोड कनेक्टिविटी को शामिल कर लिया गया है।' रक्षा मंत्रालय ने बताया कि BRO से कैलाश मानसरोवर से लिपुलेख दर्रे तक के मार्ग जोड़ने के बाद सीमावर्ती गांवों की भी कनेक्टिविटी बढ़ गई है।
मानसरोवर यात्रा में लगेंगे 6 दिन कम
आपको बता दें कि इस नए लिंक रोड के बन जाने से अब मानसरोवर यात्रियों के 6 दिन कम लगेंगे। इस रोड का निर्माण भारत और नेपाल के बीच काली नदी के किनारों पर हुआ है। इसके अलावा BRO घटियाबगड़ से लिपुलेख तक के 80 किलोमीटर की सड़क पर भी काम कर रहा है।
Updated on:
08 May 2020 07:25 pm
Published on:
08 May 2020 07:21 pm
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