हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड सरकारी कंपनी है। जिसने मिराज और सुखोई जैसे फाइटर प्लेन का निर्माण किया है। वहीं दूसरी ओर सरकार ने रफाल के निर्माण की जिम्मेदारी एचएएल को ना देकर रिलायंस को दी। जबकि कतार में एचएएल भी। जिसके पास काफी अनुभव भी है। जानकारों की मानें तो सरकार एचएएल को अपग्रेड करने पर काम कर रही है। ताकि सैन्य विमानों का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही सके। उन्हें कम से कम इंपोर्ट करना पड़े।