6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रामदेव बोले, देश में धर्मसत्ता और राजसत्ता के शुद्धिकरण की बड़ी जरूरत

योग गुरु रामदेव ने मंगलवार को कहाकि देश में 'धर्म सत्ता' के साथ 'राज सत्ता' को भी शुद्ध किए जाने की बहुत बड़ी जरूरत है।

2 min read
Google source verification
baba Ramdev

baba Ramdev

इंदौर। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म के दो मामलों में 20 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद संत समुदाय में जारी शुचिता की बहस को योग गुरु रामदेव ने मंगलवार को आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि देश में 'धर्म सत्ता' के साथ 'राज सत्ता' को भी शुद्ध किए जाने की बहुत बड़ी जरूरत है। निजी कार्यक्रम में शामिल होने यहां पहुंचे रामदेव ने कहा, पिछले कुछ बरसों के दौरान देश में धर्म सत्ता और राज सत्ता पर जिस तरह से कलंक लगे हैं, इन्हें देखते हुए दोनों ही व्यवस्थाओं के शुद्धिकरण की बहुत बड़ी आवश्यकता है। खासकर धर्म सत्ता के सभी लोगों को उस आचार संहिता का पालन करना चाहिए, जो हमारे ऋषि-मुनियों ने सदियों पहले ही तय कर दी थी। गुरमीत राम रहीम को यौन शोषण का मुजरिम करार देकर जेल भेजे जाने के बाद धार्मिक-आध्यात्मिक गुरुओं की जमात पर उठाए जा रहे तीखे सवालों के जिक्र पर योग गुरु ने संत समुदाय का बचाव किया।

पूरी संत परम्परा को अपराधी मान लेना गलत
रामदेव ने कहा, संतों के किसी खास समूह को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। देश में आज भी ऐसे लाखों संत हैं जो पूरी प्रामाणिकता, सच्चरित्रता और पवित्रता से जीवन जी रहे हैं और आम लोगों की सेवा की साधना कर रहे हैं। उन्होंने डेरा प्रमुख की ओर सीधा इशारा करते हुए कहा, अगर साधु या फकीर के भेष में रहने वाला कोई एक व्यक्ति गलती करता है, तो इस वजह से पूरी संत परम्परा को अपराधी मान लेना गलत है। योग गुरु ने कहा, राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। वह भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े आदर्श हैं। अगर राम के नाम पर कोई धब्बा लगाता है, तो यह केवल उस व्यक्ति विशेष का दूषित आचरण है और इसे किसी धर्म, संप्रदाय, परंपरा और संस्कृति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। गुजरे बरसों में यौन शोषण के मामलों में अलग-अलग धार्मिक गुरुओं का नाम सामने आने के बारे में सवाल किए जाने पर रामदेव ने कहा, यह सच है कि हर दो-तीन साल में जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, उनसे हमें बहुत शर्मिन्दगी झेलनी पड़ रही है।

शिखर पर पहुंचे लोगों को अनैतिक, गैरकानूनी आचरण नहीं करना चाहिए
गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म का दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा समर्थकों की भारी हिंसा रोकने में हरियाणा सरकार की नाकामी के बारे में पूछे जाने पर योग गुरु ने जवाब दिया, पहली बात तो यह है कि किसी भी क्षेत्र में शिखर पर पहुंचे लोगों को अनैतिक और गैरकानूनी आचरण नहीं करना चाहिए। यदि किसी संस्था के लोगों द्वारा कानून तोड़ने की कोई चेष्टा की जाती है, तो इससे निपटने की पहले से तैयारी होनी चाहिए। रामदेव ने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि गुरमीत राम रहीम सिंह को जेल भेजे जाने के बाद हरियाणा के अगले विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा के प्रभाव वाली सीटों के नतीजों पर क्या असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ये राजनीतिक बातें हैं कि इन सीटों पर कोई असर पड़ेगा या नहीं। मैं तो बस इतना जानता हूं कि शिखर पर रहने वाले हर व्यक्ति को सर्वाधिक प्रामाणिक जीवन जीना चाहिए।

ये भी पढ़ें

image

बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग